
रिटायरमेंट के बाद भी लोन लिया जा सकता है। (PC: Pixabay)
जॉब करने की एक उम्र होती है। 58 या 60 साल की उम्र के बाद आप इस हालत में नहीं होते कि लगातार नौकरी करते रहें। जब रिटायरमेंट आता है, तो आपकी रेगुलर इनकम समाप्त हो जाती है। फिर रिटायरमेंट के बाद के जीवन में बिना रेगुलर इनकम के रोजमर्रा के खर्चे कैसे चलेंगे? इसलिए रिटायरमेंट प्लानिंग पर जोर दिया जाता है। जितनी कम उम्र में आप इसके लिए निवेश करना शुरू करेंगे, उतना बड़ा फंड जमा हो पाएगा। लेकिन मान लीजिए आपके पास न तो कोई स्ट्रांग रिटायरमेंट फंड हो और न ही रेगुलर इनकम, फिर अचानक वित्तीय संकट आने पर क्या होगा? ऐसे में सिक्योर्ड लोन आपकी मदद कर सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि रिटायरमेंट के बाद कौन-से लोन आसानी से मिल सकते हैं।
कई बैंक सरकारी पेंशनर्स को पर्सनल लोन ऑफर करते हैं। PNB और SBI जैसे सरकारी बैंक भी यह लोन ऑफर करते हैं। डिफेंस सेक्टर के रिटायर्ड लोगों को भी यह लोन मिलता है। इसमें पेंशन की रकम के आधार पर लोन की राशि तय होती है। इस लोन की अवधि आमतौर पर 3 से 5 साल की होती है। इस लोन पर ब्याज दर पर्सनल लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन्स की तुलना में कम होती है। इस लोन का पुनर्भुगतान पेंशन अकाउंट से होता है।
अगर आपके पास सोना रखा है, तो आप गोल्ड लोन भी ले सकते हैं। गोल्ड लोन से आप आसानी से शॉर्ट टर्म के लिए पैसा उठा सकते हैं। इस तरह के लोन में ज्यादा डॉक्यूमेंट्स देने की भी जरूरत नहीं होती है। कुछ ही घंटों में यह लोन आपको मिल जाएगा। साथ ही पर्सनल लोन की तुलना में यहां ब्याज दर भी कम होती है। इस लोन में आप पुनर्भुगतान अवधि अपने हिसाब से चुन सकते हैं। साथ ही इस लोन में आपको कोई इनकम प्रूफ देने की जरूरत नहीं है।
रेगुलर इनकम नहीं होने के चलते आपको लोन नहीं मिल रहा है, तो नौकरी करने वाले अपने बच्चों के साथ आप संयुक्त रूप से भी लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इससे आपको लंबी अवधि का बड़ा लोन मिल सकता है और अच्छी ब्याज दर भी मिल सकती है।
रिटायरमेंट के बाद जरूरत पड़ने पर आप अपने म्यूचुअल फंड, एफडी या एलआईसी पॉलिसी पर भी लोन ले सकते हैं। इन सिक्योर्ड लोन्स पर काफी कम ब्याज दर लगती है। आप जिस एसेट पर लोन ले रहे हैं, उसकी वैल्यू पर लोन की रकम डिपेंड करेगी।
Published on:
22 Jul 2025 05:04 pm
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