
कतर भारत में निवेश बढ़ाने के लिए तैयार (फोटो :IANS )
Qatar investment in India: भारत और कतर के बीच आर्थिक रिश्तों की डोर अब और मजबूत होने जा रही है। कतर ने भारत में 10 अरब डॉलर (करीब 83 हजार करोड़ रुपये) के निवेश (Qatar investment in India)की तैयारी पक्की कर दी है। इसके लिए कतर ( Qatar) की तरफ से एक हाई-लेवल डेलीगेशन 27-28 अगस्त को भारत आया, जहां दोनों देशों के नेताओं ने अहम बातचीत (Qatar India economic ties) की। नई दिल्ली में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता भारत के केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी( Pankaj Chaudhary ) और कतर के विदेश व्यापार मामलों के मंत्री अहमद बिन मोहम्मद अल सईद (Ahmed bin Mohammed Al Said) ने की। इस बैठक का आयोजन वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों विभाग (DEA) ने किया था। इसका मकसद दोनों देशों के बीच निवेश सहयोग को और गहरा बनाना था।
कतर ने भारत में निवेश को लेकर अपना इरादा पहले ही साफ कर दिया था, जब फरवरी में कतर के अमीर की भारत यात्रा के दौरान 10 अरब डॉलर निवेश और QIA (Qatar Investment Authority) का दफ्तर भारत में खोलने का वादा किया गया था। अब उस दिशा में ठोस कदम बढ़ा दिए गए हैं।
कतर की भारत के कई उभरते हुए क्षेत्रों पर नजर है। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, सेमीकंडक्टर्स और फाइनेंस जैसे सेक्टर शामिल हैं। कतर ने कहा है कि भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और तकनीकी तरक्की को देखते हुए यहां अपार निवेश संभावनाएं हैं।
कतर की ओर से आए प्रतिनिधिमंडल में उनके वाणिज्य, परिवहन, आईटी और नगरपालिका मंत्रालयों के साथ-साथ कतर एयरवेज, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, QTerminals, Hassad Foods, कतर बिज़नेामैन एसोसिएशन और कतर चैम्बर ऑफ कॉमर्स जैसे बड़े संस्थानों के अधिकारी शामिल थे।
कतर पहले भी भारत के रिटेल, मीडिया, स्वास्थ्य, रियल एस्टेट और यूटिलिटी सेक्टर में निवेश कर चुका है। वहीं भारत से भी कई एनआरआई और उद्यमियों ने कतर में खास तौर पर SME सेक्टर में निवेश किया है।
इस उच्च स्तरीय दौरे से कतर को भारत में मौजूद निवेश अवसरों को और नज़दीक से समझने का मौका मिला है। इससे दोनों देशों के बीच निवेश साझेदारी को नया आयाम मिलेगा।
बहरहाल जब दुनिया की महाशक्तियों के बीच राजनीतिक रस्साकशी चल रही है, तब कतर ने भारत को एक भरोसेमंद पार्टनर के तौर पर चुना है। ट्रंप की बयानबाज़ियों से इतर कतर का भारत पर विश्वास ये दिखाता है कि भविष्य की दिशा एशिया में ही तय होगी — और भारत उसका केंद्र होगा।
Updated on:
28 Aug 2025 09:00 pm
Published on:
28 Aug 2025 08:59 pm
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