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RBI Monetary Policy: RBI मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी, रेपो रेट 4 फीसदी ही रहेगा,सस्ती नहीं हुई EMI

RBI Monetary Policy: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने आज अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी कर दिया है। इसमें नीतिगत दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इससे पहले रेपो रेट में बदलाव किया गया था। तब से अभी तक 4% ही बनी हुई है।  

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RBI Monetary Policy: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समीक्षा के नातीजे जारी कर दिए हैं जिसमें लगातार 11वीं बार मौद्रिक नीति समीक्षा में कोई भी बदलाव नहीं किया है। यह वर्तमान फाइनेंशियल ईयर की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा जारी हुई है जिसमें रेपो रेट को 4% ही रखा गया है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बना हुआ है।

रेपो रेट में बदलाव नहीं होने से EMI पर भी कोई फर्क नहीं आएगा। इसके साथ ही RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान को 7.8% से कम करके 7.2% कर दिया है। वहीं महंगाई दर के अनुमान को 4.5% से बढ़ाकर 5.7% कर दिया गया है।


नहीं कम होगी महंगाई

रिज़र्व बैंक (RBI) ने अनुमान लगाया है कि वर्तमान फाइनेंशियल ईयर में ऊंचाई पर बनी रहेगी। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में 5.7% बने रहने का अनुमान लगाया गया है। इसमें अप्रैल-जून 2022 में 6.3%, जुलाई-सितंबर 2022 में 5.0%, अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 5.4% और जनवरी-मार्च 2023 में 5.1% रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिज़र्व बैंक ने महंगाई दर को 4% के दायरे में रखने का लक्ष्य रखा है जिसमें 2% के उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।


2020 से रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव

आखिरी बार 22 मई 2020 को रेपो रेट में बदलाव किया गया था। तभी से रेपो रेट 4% के सबसे निचले स्तर पर बना हुआ है। रेपो रेट के द्वारा ही बैकों को मिलने वाला कर्ज निर्धारित होता है। जिसके बाद बैंक EMI के ब्याज दरों में भी बदलाव करते हैं।


फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में 7.8% रहेगी जीडीपी

RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.8% रहने का अनुमान लगाया है। उन्होंने बताया कि आईएमएफ का मानना है कि वैक्सीनेशन और अन्य जरुरी कदम के कारण भारत तेजी के साथ विकाश करेगा।