
Guidelines for Gold Loan: आरबीआइ गोल्ड लोन (RBI Gold Loan) के नियम को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश लाने जा रहा है। इस संबंध में आरबीआइ (RBI) ने मसौदा जारी कर दिया है। नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अब एक ग्राहक अधिकतम एक किलोग्राम ज्वेलरी के बदले ही लोन ले सकेगा। सोना और चांदी (Gold Silver) दोनों के लिए यह नियम लागू होगा। सोने के सिक्कों के बदले अगर लोन ले रहे हैं तो सिक्का कम से कम 22 कैरेट का और बैंक से खरीदा गया होना चाहिए। अन्य जगहों से खरीदे गए सोने के सिक्कों पर गोल्ड लोन नहीं मिलेगा। एक ग्राहक अधिकतम 50 ग्राम सोने के सिक्कों के बदले ही लोन ले सकेगा। चांदी के मामले में प्रति ग्राहक 500 ग्राम की सीमा तय की गई है।
लोन का पूरा भुगतान करने के बाद बैंकों- वित्तीय संस्थानों के लिए अधिकतम 7 दिनों के भीतर गिरवी रखे गए सोने को वापस करना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने पर वित्तीय संस्था ग्राहक को प्रतिदिन 5000 रुपए के हिसाब से जुर्माना देंगे। इस मसौदे में ग्राहकों के पक्ष में कई निर्देश शामिल किए गए हैं ताकि लोन देने वाली वित्तीय संस्थाएं ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी नहीं कर सकें। लोन लेने वाले ग्राहकों को उनकी भाषा में उन्हें लोन के बारे में लिखित जानकारी देनी होगी। अनपढ़ ग्राहक को उनकी भाषा में लोन के बारे में सबकुछ समझाना अनिवार्य होगा।
| सीएसबी बैंक | 28,915 45% |
| फेडरल बैंक | 2,33,000 13% |
| साउथ इंडियन बैंक | 86,966 20% |
| मुत्थुट फाइनेंस | 1,11,000 84% |
| मन्नपुरम फाइनेंस | 44,217 55% |
लोन के लिए अगर गिरवी रखे गए सोने की चोरी हो जाती है तो वित्तीय संस्था ग्राहकों को इसकी सूचना देने के साथ ही यह भी बताएगी की चोरी हो गए सोने की वह कैसे भरपाई करेगी। अगर लोन चुकता करने की तारीख के बाद दो साल तक बैंक या वित्तीय संस्था के पास सोना रखा रह जाता है तो सोने को बिना दावेदार का मान लिया जाएगा। आरबीआइ ने अपने मसौदे में गोल्ड लोन उत्पाद के गलत प्रचार पर भी रोक लगाने के लिए कहा है। गोल्ड लोन का चलन भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है और कई छोटे-छोटे वित्तीय संस्थान भी गोल्ड लोन का कारोबार करने लगे हैं।
आरबीआइ ने अपने मसौदे में कहा कि बैंक, एनबीएफसी और गोल्ड लोन कंपनियों सहित सभी वित्तीय संस्थानों के लिए गोल्ड लोन देने के नियम एकसमान होंगे, जो अभी अलग-अलग हैं। आरबीआइ ने गोल्ड लोन के लिए एलटीवी (लोन-टू-वैल्यू) रेश्यो सभी वित्तीय संस्थानों के लिए 75% तय किया है। अभी बैंक गोल्ड की वैल्यू का 60 से 70% राशि लोन में दे रहे थे, जबकि एनबीएफसी और गोल्ड लोन कंपनियां 80 से 90% तक लोन दे रही थीं, जिसे सभी के लिए 75% किया गया है।
Published on:
11 Apr 2025 09:55 am
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