Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से एयरोस्पेस-डिफेंस शेयर बने रॉकेट, निवेशक हुए मालामाल

Stock Market: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के साथ ही शेयर बाजार में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी आइ है। डिफेंस कंपनियों के स्टॉक रॉकेट बन गए हैं।

2 min read
Google source verification

Stock Market: एशियाई बाजारों में मजबूती के बीच भारतीय शेयर बाजार सोमवार को तेजी के साथ बंद हुए। इंडेक्स में भारी भरकम वजन रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में जबरदस्त खरीदारी ने बाजार में जोश भर दिया। बैंकिंग शेयरों में तेजी ने भी बाजार को ऊपर की तरफ खींचा। इससे सेंसेक्स 1006 अंक यानी 1.27 प्रतिशत की बढ़त लेकर 80,218 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी-50 भी 289 अंक यानी 1.20 प्रतिशत उछलकर 24,328 पर बंद हुआ। अमेरिकी शेयर बाजार, डॉलर और यूएस बॉन्ड में गिरावट के कारण सोमवार को लगातार 9वें दिन भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी जारी रही, जिससे बाजार को बूस्ट मिला।

निवेशकों की संपत्ति में एक लाख करोड़ रुपए का इजाफा

रिलायंस इंडस्ट्रीज सेंसेक्स-निफ्टी की तेजी में प्रमुख योगदानकर्ता बनी। कंपनी ने मार्च तिमाही में उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजे दर्ज किए, साथ ही तमाम ब्रोकरेज कंपनियों ने कंपनी के शेयर का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया, जिससे सोमवार को कंपनी के शेयर में 5 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई और यह 1,367 रुपए तक पहुंच गया। सेंसेक्स की 1000 अंक की तेजी में अकेले रिलायंस ने 400 अंक की वृद्धि का योगदान दिया। इससे कंपनी के 37 लाख निवेशकों की संपत्ति में एक लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ।

डिफेंस शेयर चमके

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से एयरोस्पेस के साथ डिफेंस स्टॉक्स में तेजी आई। डिफेंस स्टॉक 10 प्रतिशत तक चढ़ गए। वहीं केंद्रीय कैबिनेट की ओर से 25,000 करोड़ के मैरीटाइम डेवलपमेंट फंड को मंजूरी मिलने की उम्मीद से शिपिंग कंपनियों के शेयर भी रॉकेट बन गए।

यह भी पढ़ें- होम लोन पर​ मिलेगी टैक्स छूट! बस करना होगा ये काम, जानिए कितनी होगी बचत

इंडस्ट्री ने पकड़ी रफ्तार, मार्च में 3 प्रतिशत बढ़ा औद्योगिक उत्पादन

देश में औद्योगिक गतिविधियों में मार्च 2025 में फिर से तेजी देखने को मिली। सांख्यिकी मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में पिछले साल की तुलना में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई। यह फरवरी के 2.9 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर है। हालांकि वर्ष 2024-25 में औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़ा। मार्च में फैक्ट्रियों में उत्पादन बढऩे के साथ बिजली उत्पादन में भी बढ़ोतरी हुई है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादन 3 प्रतिशत बढ़ीं, जो फरवरी में 2.9 प्रतिशत थी।