
UPI Digital Payment: 31 जनवरी 2025 डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने घोषणा की है कि 1 फरवरी 2025 से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम में ट्रांजेक्शन आईडी (लेन-देन पहचान संख्या) को लेकर नया नियम लागू होगा। इस बदलाव के तहत, अब विशेष अक्षरों (स्पेशल कैरेक्टर्स) वाले ट्रांजेक्शन आईडी स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इसका असर उन सभी यूपीआई ऐप्स पर पड़ेगा, जो अभी भी इस मानक का पालन नहीं कर रहे हैं।
एनपीसीआई (NPCI) के नए नियम के अनुसार, अब यूपीआई ट्रांजेक्शन आईडी (UPI Digital Payment) केवल अल्फान्यूमेरिक (अक्षर और संख्याओं का मिश्रण) होनी चाहिए। यानी यदि किसी ट्रांजेक्शन आईडी में @, #, &, %, या अन्य विशेष अक्षर होंगे, तो उस भुगतान को स्वीकार नहीं किया जाएगा। एनपीसीआई का यह कदम यूपीआई सिस्टम को अधिक संगठित, सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए उठाया गया है। ट्रांजेक्शन आईडी में 35-अक्षर की सीमा तय की गई है, जिससे सभी यूपीआई भुगतान में एकरूपता बनी रहे और तकनीकी गलतियां कम हों।
एनपीसीआई (NPCI) का पूरा नाम भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम है। यह एक संगठन है जो भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणालियों का संचालन और प्रबंधन करता है। इसकी स्थापना वर्ष 2008 में की गई थी। एनपीसीआई का गठन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के सहयोग से किया गया था।
इस बदलाव से उन उपभोक्ताओं को परेशानी हो सकती है, जो ऐसे यूपीआई ऐप्स का उपयोग कर रहे हैं जो अभी तक एनपीसीआई (NPCI) के इस नए नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। यदि आपका यूपीआई ऐप अभी भी विशेष अक्षर वाले ट्रांजेक्शन आईडी जेनरेट करता है, तो 1 फरवरी 2025 के बाद आपके यूपीआई भुगतान फेल हो सकते हैं।
यह बदलाव यूपीआई सेवा (UPI Digital Payment) प्रदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीकी बदलाव लाएगा। ओंगो के कार्यकारी उपाध्यक्ष आलोक सिंह का मानना है कि 35-अंकीय अल्फान्यूमेरिक ट्रांजेक्शन आईडी से लेन-देन को ट्रैक करना आसान होगा और रिकॉर्ड रखने में पारदर्शिता आएगी। एनटीटी डेटा के राहुल जैन का कहना है कि यह कदम यूपीआई प्रणाली के मानकीकरण और सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत में डिजिटल भुगतान (UPI Digital Payment) की लोकप्रियता बढ़ रही है, और यूपीआई अब सबसे पसंदीदा भुगतान प्रणाली बन चुकी है। इसलिए यह जरूरी है कि उपयोगकर्ता समय रहते इस बदलाव के लिए खुद को तैयार कर लें। यदि आप यूपीआई से भुगतान करते हैं, तो अभी से अपने यूपीआई ऐप की जांच करें, यह देखें कि आपका ऐप एनपीसीआई के नए दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है या नहीं। यदि नहीं, तो जल्द से जल्द अपने ऐप को अपडेट करें या किसी अन्य विश्वसनीय यूपीआई सेवा का उपयोग करें।
Updated on:
31 Jan 2025 07:54 am
Published on:
31 Jan 2025 07:37 am
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