
भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है। (PC: ANI)
Why Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजार में आज लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी जरबदस्त गिरावट देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 360 अंक की गिरावट के साथ 84,742.87 पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह 0.73 फीसदी या 622 अंक की गिरावट के साथ 84,485 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। सोमवार को सेंसेक्स 609 अंक गिरकर बंद हुआ था। उधर मंगलवार सुबह एनएसई निफ्टी 208 अंक गिरकर 25,752 पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
मंगलवार सुबह सभी सेक्टोरल सूचकांक लाल निशान पर ट्रेड करते दिखाई दिए। सबसे अधिक गिरावट निफ्टी मीडिया में 1.79 फीसदी देखने को मिली। इसके अलावा, निफ्टी ऑटो में 1.20 फीसदी, निफ्टी मेटल में 1.27 फीसदी, निफ्टी आईटी में 1.40 फीसदी, निफ्टी फार्मा में 0.74 फीसदी, निफ्टी पीएसयू बैंक में 0.84 फीसदी, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.58 फीसदी, निफ्टी रियल्टी में 0.88 फीसदी, निफ्टी हेल्थकेयर में 0.77 फीसदी, निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.95 फीसदी और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज एक्स-बैंक में 1.45 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
जैसे ही लगता है कि टैरिफ को लेकर राह आसान होने वाली है, ट्रंप एक नया राग छेड़ देते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति एक बार फिर टैरिफ वॉर को हवा देने का काम कर रहे हैं। ट्रंप ने भारतीय चावल पर नया टैरिफ लगाने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा, 'भारत अपने सस्ते चावल अमेरिका में डंप कर रहा है, जिससे लोकल किसान परेशान हैं। यह और नहीं चलेगा।' ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा को भी नए टैरिफ की धमकी दी है। इससे निवेशकों का सेंटीमेंट डाउन हुआ है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक बुधवार, 10 दिसंबर को प्रमुख ब्याज दर यानी यूएस फेड रेट पर फैसला लेने वाला है। निवेशक इस फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, निवेशक किसी भी नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए मुनाफावसूली करने में लगे हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यूएस फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती न करने की स्थिति में, डॉलर मजबूत हो सकता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर और दबाव पड़ेगा। हालांकि, रेट कट को लेकर उम्मीदें काफी अधिक हैं।
जापानी सरकारी बॉन्ड यील्ड नए मल्टी-ईयर हाई पर पहुंच गई है। इससे येन कैरी ट्रेड के संभावित उलटफेर पर चिंताएं बढ़ गईं। जापानी बॉन्ड यील्ड में इजाफे से संकेत मिलता है कि जापान में ब्याज दरें बढ़ सकती हैं, जिससे येन मजबूत होगा। ऐसे में निवेशक येन में उधार लेने का ब्याज दर लाभ खो देंगे, जिससे उन्हें कैरी ट्रेड्स को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ जाएगा। यह भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए एक बड़ी निगेटिव न्यूज होगी।
भारतीय रुपये में लगातार गिरावट आ रही है। मंगलवार को भी रुपया डॉलर के मुकाबले 10 पैसे गिरकर खुला है। यह डॉलर के मुकाबले गिरकर 90.15 पर पहुंच गया है। रुपये में इस गिरावट से निवेशकों का सेंटीमेंट डाउन है। इंडिया-यूएस ट्रेड डील में देरी और भारतीय स्टॉक मार्केट से लगातार विदेशी पूंजी के आउटफ्लो के कारण भारतीय रुपया गिर रहा है।
विदेशी संस्थागत निवेशक यानी FII इस साल जुलाई से भारतीय शेयरों में बिकवाली कर रहे हैं। कैश सेगमेंट में उन्होंने जुलाई से अब तक 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक के भारतीय स्टॉक बेच दिए हैं। केवल दिसंबर के 5 सेशंस में उन्होंने भारतीय मार्केट में 10,404 करोड़ रुपये के स्टॉक बेचे हैं।
Published on:
09 Dec 2025 10:19 am
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