Advantages And Disadvantages Of Automatic Transmission: आजकल कार में सिर्फ मैनुअल ट्रांसमिशन ही नहीं, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन भी मिलता है। पिछले दो साल में देश में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन कार चलाने वाले लोग भी बढ़े हैं। पर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार लेने से पहले इसके फायदे और नुकसान के बारे में जान लेना ज़रूरी है।
एक समय था जब कार में गियर शिफ्टिंग के लिए मैनुअल ट्रांसमिशन (Manual Transmission) ही मिलता था और साथ ही लोगों यह पसंद आता था। पर समय के साथ ट्रेंड बदल चुका है। आजकल लोग आटोमेटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission) को भी काफी पसंद कर रहे हैं। यूँ तो ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन लंबे समय से कार में मिल रहा है और विदेशों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है पर अब भारत में भी इसे इस्तेमाल करने वाले लोग बढ़ रहे हैं। आजकल देश में कई गाड़ियों में मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ ही ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन भी मिलने लगा है। कुछ गाड़ियों में तो सिर्फ ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ही मिलता है। पर अगर आप ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो इससे पहले इस ट्रांसमिशन ऑप्शन के फायदे और नुकसान के बारे में जान लेना ज़रूरी है।
कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के फायदे
कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के कई फायदे होते हैं। आइए उन फायदों के बारें में जानते हैं।
1. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार में बार-बार गियर शिफ्टिंग की झंझट नहीं होती।
2. कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन लॉन्ग ड्राइव के एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाता है।
3. कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ज़्यादा आरामदायक होता है।
4. उबड़-खाबड़ रोड पर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार को ड्राइव करना अपेक्षाकृत आसान होता है।
5. कार ड्राइव करना सीखते समय ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार में ड्राइविंग सीखना ज़्यादा आसान होता है।
6. ज़्यादा ट्रैफिक में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार को ड्राइव करना अपेक्षाकृत आसान होता है।
7. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार को एक्सेलरेट जल्दी किया जा सकता है।
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कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के नुकसान
कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के कई नुकसान भी होते हैं। आइए उन नुकसानों के बारें में जानते हैं।
1. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार से महंगी होती है।
2. कई बार ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार में गियर चेंज होने का पता नहीं चलता।
3. कार में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की मेंटेनेंस और रिपेयरिंग कॉस्ट मैनुअल ट्रांसमिशन की मेंटेनेंस और रिपेयरिंग कॉस्ट से ज़्यादा होती है।
4. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार में रिवर्स कंडीशन के लिए एडिशनल गियर ट्रेन की ज़रुरत पड़ती है।
5. ऑफ रोडिंग में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार उतना सूटेबल नहीं होती।
6. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार में फ्यूल की खपत ज़्यादा होती है।
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