
कभी सोचा है कार में लगे एयरबैग्स जान बचाने में कैसे मदद करते हैं?
कार इंसान के लिए बहुत ज्यादा सुविधाजनक है अगर एक जगह से दूसरी जगह जाना है तो कार में बैठकर आराम से जाया जा सकता है, लेकिन कभी-कभी ये कार इंसान के लिए जानलेवा भी साबित हो जाती है। रास्ते में अगर कार का एक्सीडेंट हो जाए तो इंसान की जान पर आ बनती है। कार में कुछ बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं तो इंसान की जान बच सकती है...सेफ्टी के लिहाज से आजकल कारों में एयरबैग्स (Airbags)की सुविधा दी जाने लगी है। अब सरकार ने भी सेफ्टी के लिहाज से कारों में अक्टूबर माह से एयरबैग्स और एबीएस अनिवार्य कर दिए हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये एयरबैग्स किस तरह से काम करते हैं और किस प्रकार इंसान की जान बचाने में मदद करते हैं तो अब आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आपके हर प्रश्न का हल यहां मिल जाएगा। आइए जानते हैं किस प्रकार एयरबैग्स इंसान की जान बचाने में मदद करते हैं।
कार में लगे हुए एयरबैग्स कॉटन के बने होते हैं, जिनपर सिलिकॉन कोटिंग की जाती है। एयरबैग्स स्टीयरिंग व्हील, रूफ, डोर और डैशबोर्ड जैसी अलग-अलग जगहों पर होते हैं। जैसे ही कार की टक्कर होती है वैसे ही कार में लगे एयरबैग्स फूल जाते हैं और उनमें नाइट्रोजन गैस भर जाती है।
एक्सीडेंट के दौरान जब कार की टक्कर होती है तो एयरबैग्स खुलते हैं। इसके लिए जब टक्कर होती है तो कार का एक्सीलेरोमीटर सर्किट एक्टिव होकर इलेक्ट्रिकल करंट पैदा करता है, उसके बाद सेंसर से एयरबैग को सिग्नल मिलता है और एयरबैग 1/20 सेकंड में लगभग 320 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से फूलता है। अगर यात्री सीटबेल्ट पहनकर कार में यात्रा कर रहे हैं तभी एयरबैग्स खुलते हैं, क्योंकि एयरबैग्स और सीटबेल्ट का सीधा-सीधा संबंध है।
एयरबैग्स का खास ख्याल रखना जरूरी है...
अगर आपकी कार का एयरबैग खराब हो गया है या खुल गया है तो उसे किसी अधिकृत डीलरशिप से ही ठीक करवाएं। वैसे तो एयरबैग्स लगाते वक्त काफी अच्छी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है, लेकिन समय के अनुसार एयरबैग्स की जांच करवाते रहना चाहिए।
Published on:
11 Jun 2018 08:47 am
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