ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) से जुड़े देशभर के 10 हजार से ज्यादा तकनीकी संस्थानों में जल्द ही छात्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और डेटा साइंस में बीटेक कर सकेंगे।
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) से जुड़े देशभर के 10 हजार से ज्यादा तकनीकी संस्थानों में जल्द ही छात्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और डेटा साइंस में बीटेक कर सकेंगे। विशेषज्ञों की मदद से काउंसिल इन विषयों में बीटेक प्रोग्राम बनवा रही है। जल्द ही इसका पाठ्यक्रम देशभर के राज्यों के तकनीकी विश्वविद्यालयों को सौंपा जाएगा। जिसके बाद संभवतया आगामी सत्र से इन विषयों को अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) महाविद्यालयों में पढ़ाया जा सकेगा।
RTU में नहीं है कोर्स
प्रदेश में अभी राजस्थान टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) और बीकानेर टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (बीटीयू) के पाठ्यक्रम में ये विषय शामिल नहीं हैं। छात्र अपने स्तर पर दूसरे निजी संस्थानों या कार्यशाला के माध्यम से एआइ और डेटा साइंस की जानकारी ले रहे हैं। काउंसिल के इन विषयों में डिग्री प्रोग्राम देने से देशभर के तकनीकी विवि में नए विषयों का एक जैसा पाठ्यक्रम होगा। हालांकि विश्वविद्यालयों को यह छूट होगी कि वे अपने स्तर पर कुछ बदलाव कर सकें।
15 क्रेडिट लेने पर मिलेगी ऑनर्स की डिग्री
इंजीनियरिंग की पांरपरिक ब्रांच जैसे सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल के साथ पांच-पांच नए विषय जोड़े जाएंगे। इन विषयों के अतिरिक्त 15 क्रेडिट होंगे। इसका फायदा यह होगा कि यदि छात्र पारंपरिक विषयों के साथ नए विषय पढ़कर १५ क्रेडिट और ले लेंगे, तो उन्हें ऑनर्स की उपाधि मिल जाएगी। ऑनर्स के ये विषय इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, साइबर सिक्योरिटी और थ्रीडी प्रिंटिंग आदि होंगे।
समय की जरूरत
काउंसिल के अधिकारियों का कहना है कि इंडस्ट्री ऑटोमेशन के क्षेत्र में जा रही है। ऐसे में ये विषय समय की जरूरत हैं। हालांकि कुछ निजी विश्वविद्यालय अपने स्तर पर इन विषयों में डिग्री प्रोग्राम की शुरुआत पहले ही कर चुके हैं। काउंसिल की ओर से अप्रूवल प्रॉसेस हैंडबुक 2020 जल्द ही जारी होगी।