
Black rice File Photo
जनपद को धान का कटोरा कहा जाता है। एक समय चंदौली की पहचान पूरे देश में नक्सली घटनाओं से होती थी। लेकिन अब जनपद की पहचान देश के साथ-साथ एशिया ऑस्ट्रेलिया यूरोप महाद्वीप में काले चावल के कारण हो रही है। 2018-19 में तत्कालीन जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मणिपुर से काले चावल के बीज मंगाकर कुछ किसानों में वितरित किए और खेती शुरू करवाई। परिणाम ये हुआ कि आज जनपद में बड़ी संख्या में किसान काले चावल की खेती कर रहे हैं और उसका लाभ भी उठा रहे हैं। पीएम मोदी के किसानों के आए दोगुनी करने के सपने को काला चावल जनपद में चरितार्थ कर रहा है। काला चावल के उत्पादन से किसानों की आय दोगुनी ही नहीं बल्कि 8 से 10 गुनी हो गई है। पीएम मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में चंदौली के काला चावल की तारीफ करने के बाद से चंदौली जिला प्रशासन नई स्फूर्ति और तैयारी से किसानों को काले चावल के उत्पादन के प्रति तैयार करने के लिए जुट गया है।
इस क्रम में जनपद के विभिन्न इलाकों में किसानों के लिए 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला चलाई जा रही है। जिसमें किसानों को काला चावल उत्पादन करने के तरीके उसकी पैकेजिंग और प्रोसेसिंग के साथ बिक्री के गुण सिखाए जा रहे हैं । किसानों को इस काम की ट्रेनिंग देने के लिए जिलाधिकारी संजीव सिंह के नेतृत्व में जिला उद्योग उपायुक्त और उनकी टीम लगातार लगी हुई है । प्रशिक्षण के दौरान उन किसानों को भी शामिल किया गया है जो 2018-19 से काला चावल के उत्पादन में लगे हुए हैं। इस दौरान प्रशिक्षण पूरा करने वाले 50 किसानों को प्रमाण पत्र भी दिए गए साथ ही काला चावल उत्पादन करने के लिए उनको 2000 रुपयेकी सहायता भी दी जाएगी।
ओडीओपी में काले चावल को किया शामिल
चंदौली जिले के उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा ने बताया कि एक जिला एक उत्पाद में काले चावल को शामिल किया गया है। आज 10 दिवसीय कार्यक्रम का समापन था । इसमे हमने आर्गेनिग खेती कैसे होती है और क्या क्या फायदे है काले चावल को उगाने में क्या फायदा है क्या गुण है । साथ मे किसान कैसे उधमी बने इसके लिए भी उनको बताया गया है और आगे क्या योजना है ये भी बताया गया है । उन्होंने बताया पिछले साल 100 किसानों को दक्ष किया गया था । इस बार भी 100 किसानों को दक्ष कर रहे है । अमड़ा में भी ट्रेनिग चली थी जहाँ अधिक मात्रा में ब्लैक राइस की पैदावर ज्यादा करते है। पीएम द्वारा सराहना करने के बाद हमलोगों को खुशी हुई थी । क्योंकि जो हम लोग धरातल पर काम कर रहे है उसको बड़े लेवल पर सराहना की जा रही है। चंदौली जिले को पुरस्कार भी मिल चुका है काले चावल के उत्पादन को लेकर।
अन्य धान की अपेक्षा फायदा
काले चावल की खेती में जुटे डीडीयू तहसील के कठौड़ी गावँ निवासी किसान रामाश्रय पाल ने बताया कि मैं काला चावल की खेती 2018 से कर रहा हूं। इसमें अन्य धान के अपेक्षा काफी मुझे फायदा है। हम चाहते हैं कि हमारे जनपद के सभी किसान थोड़ा बहुत खेती उसका भी करें फायदा उसका उनको भी मिले। इसका बहुत ज्यादा लाभ हमको मिला है जैसा कि प्रधानमंत्री जी बोल रहे हैं। किसानों की आय दोगुनी कैसै हो इसमें दुनी से भी बहुत ज्यादा फायदा है। इसमें हमारा धान 85 के रेट से हमारा धान विका है चन्दौली नवीन मंडी में। चावल जो है 250 रुपयेके रेट से बिका है। हमें भी फायदा है हम किसानों से यह कहना चाहते हैं कि काला चावल की खेती आप लोग भी करें। अपनी आय में बढ़ोतरी करें जिसमें आपकी समृद्धि होगी और जनपद में एक नया नाम रोशन भी हो रहा है।
वहीं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं किसानों ने बताया उन लोगों ने कृषि मेला चंदौली में काले चावल की स्टाल पर जाकर जानकारी दी थी और बीज लेकर खेती शुरू किया है ।जिससे उनको लाभ हो रहा है प्रशिक्षण से काले चावल की खेती में और सुविधाएं मिलेगी । जिससे वह अच्छे से काले चावल को उत्पादन कर सकेंगे और उनकी आय में वृद्धि होगी ।किसान काफी खुश है और सरकार के जिला प्रशासन के इस कदम की सराहना भी कर रहे हैं।
Published on:
29 Jun 2022 07:27 pm
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