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सपा-बसपा के सबसे मजबूत गढ़ में शिवपाल ने की विशाल रैली, मंच से दिया ऐसा बयान, बढ़ी अखिलेश मायावती की टेंशन

प्रगतीशील समाजवादी पार्टी लोहिया और बहुजन मुक्ति मोर्चा की चंदौली के सकलडीहा में हुई रैली।

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Shivpal Singh Yadav

शिवपाल सिंह यादव

चंदौली. सपा-बसपा गठबंधन के बाद शिवपाल यादव ने अपनी पहली रैली चंदौली के सकलडीहा में बुधवार को की। इस दौरान उनहोंने सपा-बसपा गठबंधन को निशाने पर लिया और कहा कि मायावती का कोई भरोसा नहीं, जीतने के बाद अगर उन्हें कहीं और फायदा दिखा तो वह पाला बदलने में देर नहीं करेंगी। याद दिलाया कि मायावती मुख्यमंत्री बनने के लिये तीन बार बीजेपी की मदद ले चुकी हैं। नरेन्द्र मोदी को राखी बांधने गुजरात तक गयी हैं। कहा कि टिकट बेचने वालों का कोई भरोसा नहीं कि वह कब पलट जाएं।

शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लेाहिया ने बहुजन मुक्ति मोर्चा के साथ संयुक्त रूप से सकलडीहा इंटर कॉलेज में वाराणसी मंडल की पहली रैली की। इसमें पड़ोसी जिलों से भी नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे। मंच पर शिवपाल के साथ, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रिबू श्रीवास्तव व मोर्चा के बीएल मतांग मौजूद थे।

शिवपाल ने जमकर अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव और मायावती पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मायावती ने मुलायम सिंह यादव औ समाजवादियों को बदनाम करने की साजिश की थी। नेता जी को गाली दी थी और समाजियों को गुंडा बताया था। मुझे बदनाम करने के लिये मुझ पर यौन शोषण जैसे आरोप लगवा दिये। पर जांच हुई और वो सब झूठे निकले। तब मैंने विधानसभा अपना और बजनजी दोनों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी, लेकिन वो पीछे हट गयीं।

खनन घोटाले में अखिलेश यादव का नाम लिये जाने के मामले पर कहा कि अगर सही होते तो डरते नहीं। मैं भी मंत्री था और सिंचाई, बिजली, पीडब्ल्यूडी और मंडी परिषद जैसे विभाग मेरे पास थे बावजूद इसके मुझ पर कोई एक आरोप तक नहीं लगा सका। बहनजी तो मुख्यमंत्री रहते जांच तक करा चुकी हैं, लेकिन कुछ साबित नहीं हो सका।

शिवपाल ने याद दिलाया कि राम गोपाल यादव ने कहा था कि पूरब में जाओगे तो पिटोगे। अब मैं पूरब में आया हूं। पूरब में फैजाबाद से बाराबंकी, अंबेडकर नगर, बनारस होते हुए आज चंदौली आया हूं। गजीपुर और बलिया भी जाउंगा। 19 जनवरी को बलिया में हूं और संभल भी जाउंगा। मुझे हराने की कोशिश की गयी, फिर भी हम एक लाख 25 हजार वोट पा गए। विरोध नहीं होता तो ज्यादा मिलते। मुझे हराने के लिये खर्चा किया गया, वह भी तब जब सपा से लड़ रहे थे। राम गोपाल यादव का नाम लेकर कहा कि उन्होंने सपा को बर्बाद करने का काम किया। मैंने मजबूत गठबंधन बनाने की कोशिश की थी। नीतीश से लेकर लालू तक, शरद यादव, कमल मोरारका, ओम प्रकाश चौटाला और सात पूर्व मुख्यमंत्रियों को जोड़ लिया था, इसमें अंसारी बंधु भी थे। बिहार चुनाव के पहले बनाया था बड़ा गठबंधन। वो लोग नेता जी के नाम पर राजी भी थे। सब जानते हैं कि गठबंधन को तोड़ने वाले कौन लेाग थे। अखिलेश यादव को यह समझना चाहिये था। दावा किया कि विधानसभा चुनाव में मुझे हराने की कोशिश की गयी। फिर भी मैं एक लाख 25 हजार वोटों से जीता। रामगोपाल यादव के लिये कहा कि बड़े भाई ने सपा में पलीता लगाने का काम किया। इसीलिये मजबूर होकर मुझे पार्टी बनानी पड़ी।

By Santosh Jaiswal