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(चंडीगढ): पंजाब में ड्रग के संकट पर वर्ष 2012 से ही चर्चा हो रही है और समाज की ड्रग से मुक्ति राजनीतिक मुद्या भी बना हुआ है। प्रदेश में ड्रग संकट की एक झलक लोकसभा चुनाव के दौरान करीब दो माह में की गई बरामदगी में भी देखने को मिली है। इस दौरान 212 करोड रूपए की तो ड्रग बरामद की गई है।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करूणा राजू ने सोमवार को यहां बताया कि बरामदगी 10 मार्च से 5 मई के बीच की गई थी। उन्होंने बताया कि कुल 275 करोड की बरामदगी में 212 करोड की ड्रग बरामद की गई। बरामदगी में ड्रग के अलावा शराब एवं बेहिसाब नकदी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसियों ने 7.60 टन अफीम, डोडा पोस्ता, नशे की आदत डालने वाली ड्रग्स बरामद की है। इसके अलावा 12.28 लाख लीटर शराब बरामद की गई है। नकदी के रूप में 30.99 करोड रूपए बरामद किए गए और सोना एवं अन्य कीमती धातुए 21.95 करोड की बरामद की गईं।
राजू ने बताया कि चुनाव आयोग चुनाव के दौरान नकदी व शराब की आवाजाही पर नजर रखे हुए है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक विशेष टीम का गठन किया है जो कि नशे की आदत डालने वाली ड्रग की आपूर्ति पर नजर रखे हुए है। ड्रग ट्रोमाडोल बेचने वाली चार दुकानों के लाइसैंस निलंबित किए गए है और 17 दुकानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। राजनीतिक भाषणों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। निर्धारित मानकों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जायेगी।
Published on:
06 May 2019 10:28 pm
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