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कोरोनावायरस के बाद पंजाब सरकार की देश-विदेश को अद्भुत देन COVA App

भारत के तीन राज्यों ने अपनाया, कई राज्यों में अपनाने पर काम चल रहा कर्फ्यू पास भी ले सकते हैं, एकांतवास में भेजे गए लोगों को जासूसी कर रहा खाद्यान्न ऑर्डर और डॉक्टर के साथ सलाह-मशवरा जल्द ही उपलब्ध होंगे

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Cova app

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चंडीगढ़। कोरोनावायरस coronavirus के प्रकोप के साथ ही पंजाब सरकार ने एक अद्भुत कार्य किया। यह है कोवा ऐप्लीकेशन (COVA Application)। कोवा ऐप हर मर्ज की दवा बन चुका है। इसकी उपयोगिता इसी से समझी जा सकती है कि कर्फ्यू पास Curfew Pass तक इससे जारी किए जा रहे हैं। एकांतवास Quarantine में भेजे गए लोगों की जासूसी कर रहा है। नए फीचर आने वाले हैं, जिनके माध्यम से किराना का ऑर्डर कर सकते है, चिकित्सकीय सलाह ले सकते हैं, दान कर सकते हैं। कही भीड़ है तो अवगत करा सकते हैं। तभी तो इसे भारत के तीन राज्यों ने जस का तस अपना लिया है। कई राज्यों में अपनाने का काम चल रहा है। इस ऐप को कोविड-19 COVID-19 महामारी संबंधी अधिकृत जानकारी के प्रसार के लिए इस महीने के आरंभ में लाँच किया गया था। अब यह बहुउपयोगी सिद्ध हो रहा है।

तीन राज्यों ने अपनाया, आठ में काम जारी

प्रशासन सुधारों संबंधी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन के अनुसार यह कोवा ऐप हरियाणा, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में चलाया जा रहा है। मणिपुर, मेघालय, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दिल्ली और लेह में इसको लागू करने का काम जारी है। उन्होंने बताया कि कुल 11 राज्य सरकारों ने अपने राज्यों और जिलों के लिए कोवा ऐप्लीकेशन और डैशबोर्ड जारी करने सम्बन्धी अपील की है। कनाडा के दो राज्यों ने भी कोवा ऐप अपनाया है।

अंग्रेजी, हिन्दी और पंजाबी में उपलब्ध

कोवा ऐप पंजाब सरकार द्वारा अपनी तरह की नवीन डिजिटल पंजाब टीम के साथ लाँन्च की किया गया है। एंड्रायड प्लेस्टोर और आईओएस ऐपस्टोर पर उपलब्ध है। 28 मार्च तक इस ऐप के 4.5 लाख से अधिक उपभोक्ता रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं और इसके डैशबोर्ड को प्रतिदिन 20,000 से अधिक लोग देख रहे हैं। यह ऐप्लीकेशन अंग्रेजी, हिन्दी और पंजाबी में उपलब्ध है।

क्या है मंतव्य

इस ऐप्लीकेशन का मंतव्य लोगों को जागरूक करना और उनके साथ सुरक्षा और बचाव के उपाय साझे करना है, जिनको अपनाने की ज़रूरत है। यह ऐप्लीकेशन नागरिकों को इससे सम्बन्धित सरकारी एडवाइजऱी और नोटीफिकेशनों संबंधी भी जानकारी देती है और उनको प्रभावशाली ढंग से लक्षणों की जांच करने के लिए उत्साहित करती है।

कैसे करता है काम

इस ऐप का एडमिन पोर्टल जि़ला प्रशासन और सरकारी मुख्यालयों के साथ जुड़ा हुआ है, जो निगरानी, स्थिति का मूल्यांकन करने और ज़रूरी कार्यवाहियां करने के लिए एकत्रित की गई जानकारी के साथ कई रिपोर्ट पेश करता है। डैशबोर्ड में पुष्टि किये, संदिग्ध और घर में ही क्वारंटाइन मामलों के नक्शों को दिखाता है, जबकि घर में ही क्वारंटाइन अधीन नागरिकों को ट्रैक करने के लिए जीओ टैगिंग जैसी विशेषताएं शामिल हैं। इस तरीके से घरों के अलग रखे व्यक्तियों की निगरानी की जाती है। अगर कोई व्यक्ति बिना किसी की आज्ञा के अपने घर से बाहर जाता है तो डैशबोर्ड जि़ला प्रशासन को इस सम्बन्धी सूचित करता है। रजिस्टर्ड मरीज़ों की जानकारी को अपडेट और प्रबंधन के साथ-साथ, रिपोर्ट किए समूहों का प्रबंधन और कार्यवाही भी इस एप पर उपलब्ध है।

नए फीचर शामिल

पंजाब में लगाए गए कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान ऐप में कई नये फीचर शामिल किये गए हैं। इस ऐप में कोविड -19 डैशबोर्ड, सरकारी नोटीफिकेशन, ऑडियो-वीडियो जागरूकता, विदेशों से लौटे यात्रियों की खोज, बी.ओ.टी. के द्वारा बातचीत करना, कर्फ्यू पास जारी करना, सामूहिक भीड़ की रिपोर्ट करना, अपने आप को होम क्वारंटाइन करना और जीओ टैगिंग के द्वारा उन पर नज़र रखना शामिल है। कर्फ्यू के लिए मंज़ूर प्रार्थनापत्रों के आधार पर पास रजिस्टर्ड फ़ोन नंबर पर ई-पास भेजे जाएंगे।

कुछ और विशेषताएं जोड़ने पर काम

कोवा ऐप में और विशेषताएं शामिल करने का काम चल रहा है, जैसे कि टेलीमेडिसन कन्सल्टेंसी, प्रयोक्ताओं को आईवीआर के द्वारा वॉयस कॉल के द्वारा स्वास्थ्य एडवाइजऱी के लिए डॉक्टरों के साथ जोडऩे और किराने और ज़रूरी चीजों के वितरण के लिए विनती करने में सहायता करता है। श्रीमती विनी ने कहा कि जि़ला प्रशासन इस मकसद के लिए स्थानीय विक्रेताओं के साथ हिस्सेदारी करेगा और नागरिक ख़ुद ही कोवा ऐप्लीकेशन के द्वारा ऑर्डर कर सकेंगे। इस कदम का मकसद नागरिकों की सेवा में सुधार लाना है और लॉकडाउन के दौरान नागरिकों को सुविधाएं देना है। लोग जल्द ही इस ऐप का प्रयोग करके वालंटियर बन सकेंगे और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान करने के योग्य भी हो सकेंगे।