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Coronavirus के कर्फ्यू में पंजाब पुलिस ने 112 हेल्पलाइन को बनाया हर मर्ज की दवा

स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रश्न, एंबुलेंस के लिए जि़ला कंट्रोल रूम या 104 व 108 पर संपर्क करें मंडियों में बिक्री शुरू, सोमवार को पांच बजे और मंगलवार को आठ बजे से खुलेंगी

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Punjab police

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चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने कोविड-19 के संकट से निपटने के मद्देनजऱ राज्य में लगाए कर्फ्यू और लॉकडाउन के कारण पैदा हुई इमरजेंसी जैसी स्थिति से निपटने के लिए 112 हेल्पलाइन मजबूत किया है। साथ ही जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति समेत अपने नागरिक सहायता प्रणालियों में और विस्तार किया है।

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कॉल सेन्टर की संख्या 53 की गई

कर्फ्यू के दौरान सुविधाओं को और बेहतर बनाने तथा 112 हेल्पलाइन पर बढ़ रहे दबाव से निपटने के लिए पंजाब पुलिस ने 11 वर्क स्टेशनों को जोड़ा है। इसके साथ ही 112 कॉल सेंटर की संख्या बढ़ाकर 53 कर दी है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता के अनुसार तीन शिफ्टों में काम कर रहे कुल 159 कर्मचारी स्टेशनों का प्रबंधन कर रहे हैं। पंजाब पुलिस साझ केन्द्रों और निजी बीपीओ के संचालकों को इस कार्य में शामिल किया गया है। शुक्रवार को उनके 112 वर्क फोर्स में शामिल होने का प्रशिक्षण दिया गया। गुरुवार को वर्क स्टेशनों की संख्या 32 से 42 की गई थी। अब 100-ऑपरेटर की नियुक्ति के लिए एक प्राइवेट बीपीओ फर्म के साथ भी बातचीत की जा रही है। जल्द ही इस फर्म के कर्मचारी मौजूदा कर्मचारियों में शामिल हो जाएंगे।

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कॉल की संख्या 17000 पार

आम समय के दौरान डायल 112 पर आईं कॉल की संख्या 4000-5000 के करीब रहती है। पिछले दिनों में यह संख्या 17,000 से पार हो गई । इनमें लगभग 60 फीसद कॉल कोविड-19 सम्बन्धी मुद्दों से सम्बन्धित हैं, जिसमें ज़रूरी वस्तुओं की व्यवस्था, इमरजेंसी डॉक्टरी स्थितियों और कर्फ्यू से जुड़े मुद्दे, लॉकडाउन, एंबुलेंस सेवा, संदिग्ध व्यक्ति आदि शामिल हैं।

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यहां भी कॉल करें

किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रश्न, एंबुलेंस आदि के लिए कॉल करने वालों को जि़ला कंट्रोल रूम या 104 अथवा 108 से संपर्क करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जरूरत के अनुसार दवाएँ, किराना और अन्य जरूरी वस्तुओं की व्यवस्था के लिए डिप्टी कमिश्नर, सम्बन्धित अधिकारी या स्थानीय विक्रेताओं द्वारा स्थापित जि़ला वॉर रूम से संपर्क किया जा सकता है। इस प्रणाली को और कारगर बनाने के लिए पंजाब पुलिस के कम्युनिटी पुलिसिंग विंग ने समूह जि़ला कंट्रोल रूमों में साझे हेल्प डेस्क स्थापित किये हैं। वह सभी कॉल जो 112 हेल्पलाइन से जिलों की तरफ फॉरवर्ड की जाती हैं, इन हेल्पडेस्क द्वारा भी संभाली जाती हैं, और जब तक मसला हल नहीं होता, तब तक कॉल करने वाले से संबंध रखा जाता है।

तीन दिन में 5.42 लाख भोजन के पैकेट वितरित

शुक्रवार को सूखा राशन मुहैया करवा कर बिहार से आए प्रवासी मज़दूरों के 55 परिवारों को मदद दी गई, जो कि अब लुधियाना में रह रहे हैं। राजा सांसी (अमृतसर) में स्थानीय गुरुद्वारे के सहयोग से एस.एच.ओ. द्वारा 30-35 परिवारों को राशन की सुविधा दी गई, जबकि अमृतसर (ग्रामीण) के मुच्छल गाँव में एक महिला जिसने हाल ही में एक बच्चे को जन्म दिया था, को अस्पताल ले जाया गया। मोहाली पुलिस द्वारा भी शुक्रवार को 500 परिवारों को सूखा राशन और तुरंत खाने के लिए एक पकाए जाने वाला खाना मुहैया करवाया गया। पंजाब पुलिस अपने राहत कार्यों में भी तेज़ी लाई है। शनिवार को 2,23,605 पैकेट सप्लाई किये गए हैं। पिछले तीन दिनों में 27 जिलों में कुल 5,42,000 यूनिट खाना बाँटा गया है।

झुग्गी-झोपड़ियों की सूची तैयार

एक और पहल करते हुए एडीजीपी इंटेलिजेंस ने इस मुश्किल समय में झुग्गी-झोंपड़ी वालों की देखभाल के लिए राज्य की झुग्गी-झोपडिय़ों की एक विस्तृत सूची तैयार की है।

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सोमवार से मंडियां सुबह पांच बजे खुलेंगी
इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद पंजाब पुलिस ने मंडियों में पहुँच रही भीड़ को संभालने के लिए भी कई उपाय किये हैं जिससे बागवानी उत्पादों की कटाई और मंडीकरण को नियंत्रित ढंग से करने की आज्ञा दी जा सके। बैरीगेट स्थापित करने और साझी दीवारों के अंतर को बंद करने के अलावा, टमाटर, मटर और गोभी के साथ-साथ प्याज़ और आलू अलग जगह पर बेचने के लिए अलग क्षेत्र निर्धारित किये गए हैं। मंडियों को सैक्टरों में बाँटा गया है और हरेक सैक्टर के लिए एक व्यक्ति को निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, पुलिस द्वारा निर्धारित की गई प्रणाली के अनुसार बाज़ार में दाखि़ल होने वाली रेहडिय़ों को सिर्फ एक घंटे का समय मिलेगा जबकि बिक्री के लिए मंडियां रविवार से खुल गई हैं। सोमवार को प्रात:काल 5 बजे खुलेंगी। मंगलवार से मंडियां प्रात:काल 8 बजे बिक्री शुरू करेंगी।