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सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति को दें जीवन में स्थान

आचार्य महाश्रमण का चातुर्मासिक प्रवेश

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Acharya Mahasharman Chaturmas

सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति को दें जीवन में स्थान

चेन्नई. यहां पचास साल बाद इस बार आचार्य महाश्रमण का ऐतिहासिक चातुर्मास होने जा रहा है। इससे पहले आचार्य तुलसी ने चेन्नई में चातुर्मास किया था। इसके बाद किसी भी आचार्य का चेन्नई आगमन नहीं हो पाया। शनिवार को आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण ने माधवरम में चातुर्मासिक प्रवेश किया। इस मौके पर आचार्य सवेरे सात बजे व्यासरपाडी स्थित विवेकानंद स्कूल से विहार कर माधवरम स्थित सेंट एन्नैस स्कूल पहुंचे जहां से भव्य जुलूस के साथ विभिन्न मार्गों से होते हुए तट्टानकुलम रोड स्थित जैन तेरापंथ नगर में चातुर्मास स्थल पहुंचे। यहां आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति चेन्नई के धर्मीचन्द लूंकड़, प्यारेलाल पीतलिया, तनसुखलाल नाहर, देवराज आच्छा, रमेश बोहरा, अशोक गेलड़ा समेत अन्य पदाधिकारियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी अगवानी की। इस मौके पर आयोजित धर्मसभा में मुख्य अतिथि राज्य के मुख्य अतिथि एडपाड़ी के. पलनीस्वामी थे। महिला मंडल ने स्वागत के साथ आचार्य की अगवानी की। बाद में
आचार्य महाश्रमण ने कहा हम जीवन में सद्भावना, नैतिकता एवं नशामुक्ति को स्थान दें। इन तीन चीजों से जीवन अच्छा बन सकता है। हम मैत्रीभाव व ईमानदारी को स्थान दें। नशीले पदार्थों का सेवन न करें। जिस आदमी का मन धर्म में रमता है उसे देवता भी नमस्कार करते हैं।
हिंसा जहर है। अहिंसा अमृत है। सभी प्राणियों को समान समझें। दूसरों को दुखी करने का प्रयास नहीं करें। जो तुम अपने लिए चाहो वह तुम दूसरों के लिए भी चाहो। उन्होंने बताया कि नवम्बर 2014 से दिल्ली से अहिंसा यात्रा की शुरुआत हुई जो नेपाल, भूटान एवं देश के विभिन्न प्रदेशों से गुजरती हुई चेन्नई पहुंची है। आचार्य ने कहा जैन संत चाह महीने एक जगह रहकर चातुर्मास करते हैं। आठ महीने भ्रमण पर रहते हैं। प्रदेश में भौतिक विकास आवश्यक है। साथ ही नैतिकता का विकास भी जरूरी है। प्रदेश की उन्नति होती रहे।
मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीसामी ने कहा आचार्य महाश्रमण शांति का संदेश देने के लिए आए हैं। वे साक्षात गुरु है। प्रवासियों की तारीफ करते हुए कहा कि जब भी तमिलनाडु में प्राकृतिक आपदा आई, प्रवासी हर बार मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा तमिलनाडु में प्रवासियों की सहायता के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
साध्वी कनकप्रभा ने कहा मनुष्य आज जीवन में जटिलताओं से घिरा हुआ है। तीन साल पहले महाश्रमण ने चेन्नई चातुर्मास की घोषणा की थी। वे अब आध्यात्म का आलोक बरसाते हुए चेन्नई आए हैं। कार्यक्रम में उद्योग मंत्री पी. बेंजामिन समेत तमिलनाडु सरकार के कई मंत्री एवं विधायक भी शामिल हुए।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा चेन्नई, तेरापंथ युवक परिषद चेन्नई, तेरापंथ महिला मंडल चेन्नई, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम चेन्नई, तमिलनाडु अणुव्रत समिति चेन्नई, तेरापंथ एजुकेशनल एंड मेडिकल ट्रस्ट चेन्नई, जैन तेरापंथ वेलफेयर ट्रस्ट चेन्नई, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा तिरुवतियुर, मींजूर, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा ट्रस्ट बोर्ड साहुकारपेट, ट्रिपलीकेन, तंडियारपेट, मींजूर, पल्लावरम, व्यासरपाड़ी, एमकेबीनगर, नई धोबीपेट का भी सहयोग रहा। इससे पहले शोभायात्रा निकाली गई।








मुख्यमंत्री पलनीस्वामी थे मुख्य अतिथि









पूरे देश से श्रद्धालुओं ने लिया हिस्सा