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चेन्नई/तुत्तुकुड़ी.
अनलॉक तमिलनाडु में शुक्रवार से रविवार को मंदिरों के द्वार भक्तों के लिए खुल जाने के बाद भी श्रद्धालु तिरुचेंदूर मुरुगन मंदिर के वार्षिक उत्सव 'सूरसंहार’ के प्रत्यक्ष साक्षी नहीं बन सकेंगे। पिछले साल की तरह सरकार ने इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए इस आयोजन के दर्शन को पाबंद किया है।
मछली पालन व मछुआरा कल्याण मंत्री अनीता राधाकृष्णन ने इस संबंध में कहा कि तुत्तुकुड़ी जिले के तिरुचेंदूर सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में कंदषष्ठी उत्सव के मुख्य आयोजन सूरसंहारम और तिरुकल्याण उत्सव में श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं है। कंदषष्ठी उत्सव इस मंदिर का प्रमुख वार्षिक उत्सव है। इस वर्ष यह उत्सव 4 से 15 नवम्बर तक आयोजित होगा।
कंदषष्ठी उत्सव को लेकर बैठक
षष्ठी महोत्सव के आयोजन को लेकर कलक्टर डॉ. सेंथिलराज की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट में परामर्श बैठक हुई। बैठक में मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्री अनीता राधाकृष्णन, जिला पुलिस अधीक्षक जयकुमार, मंदिर संयुक्त आयुक्त कुमारदुरै, होटल ओनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि और हिन्दू धर्म व देवस्थान विभाग के अधिकारी शामिल हुए।
दो दिन दर्शन नहीं
बैठक के बाद मंत्री अनीता राधाकृष्णन ने संवाददाताओं से कहा, इस महोत्सव के मुख्य आकर्षक सूरसंहार और तिरुकल्याण उत्सव के दर्शन की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि प्रतिदिन 10,000 भक्तों को ऑनलाइन और बुकिंग के आधार पर दर्शन की अनुमति दी जाएगी। भक्तों की सुविधा के लिए इन दोनों आयोजनों का यूट्यूब और टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।
षष्ठी उपवास की भी अनुमति नहीं
जिला कलक्टर ने संवाददाताओं को बताया कि मंदिर परिसर में षष्ठी उपवास रखने की भी अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर परिसर में तीन स्थानों का चयन कर कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव में सुरक्षा कार्य में 1,500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
Published on:
27 Oct 2021 07:08 pm
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