
निजी एवं कॉर्पोरेट स्कूल-कॉलेजों को चेतावनी
नेल्लोर. यहां ऑनलाइन क्लास के नाम से शुल्क वसूली का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। निजी स्कूलों की इस मनमानी के खिलाफ क्षेत्रीय निरीक्षण अधिकारी कार्यालय के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने ऑनलाइन क्लास के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। स्कूल और कॉलेज के मालिक अभिभावकों पर शुल्क भरने के लिए दबाव डाल रहे हैं। इस पर अधिकारियों की चुप्पी को लेकर एबीवीपी ने उन पर सवाल खड़े कर दिए। उनका कहना है कि शिकायतें मिलने पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है जबकि स्कूल और कॉलेज मालिक अपनी मनमानी कर रहे हैं। इस पर क्षेत्रीय निरीक्षण अधिकारी मल्याद्रि चौधरी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद पैसे वसूलने व शुल्क भरने के लिए दबाव डालने की पुष्टि होने पर तत्काल चार कॉलेजों के प्रिंसिपल को फोन कर इस तरह की ऑनलाइन क्लास और जबरन शुल्क पर चेतावनी देते हुए कहा की अगर आगे से किसी भी तरह की ऑनलाइन क्लास या अभिभावकों से शुल्क वसूलने की शिकायत आयी तो कॉलेज पर कार्रवाई की जाएगी और नोटिस भेजा जायेगा।
अधिकारियों की अनदेखी का परिणाम
एनसीओआई ने भी इस पर कड़ा विरोध जताया। पार्टी कार्यालय इंद्रा भवन में संवाददाता सम्मलेन आयोजित कर कहा कि कोरोना महामारी के बीच आर्थिक रूप से परेशान अभिभावकों पर स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ऑनलाइन क्लास की आड़ में शुल्क वसूलने रहे हैं जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अधिकारियों की अनदेखी इस का बड़ा कारण बन रहा है। अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है और निजी स्कूल और कॉलेज अपनी मनमानी कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि स्कूलों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।
शिक्षा मंत्री ने भी कहा शुल्क वसूली न करें
राज्य के शिक्षा मंत्री ने नए नियम तय होने तक किसी भी निजी और कॉर्पोरेट स्कूल और कॉलेज को शुल्क न वसूलने को कहा। राज्य में निजी और कॉर्पोरेट स्कूलों द्वारा ऑनलाइन क्लास पर शनिवार को राज्य के शिक्षा मंत्री आदिमुलु सुरेश ने कहा की ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित नहीं की जानी चाहिए। कोरोना महामारी के मद्देनजर स्कूल सत्र का अभी तक कुछ भी तय नहीं किया गया है लेकिन उनको यह पता चला है कि कुछ निजी स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहे हैं जो गलत है। कुछ स्कूल और कॉलेज शुल्क भी वसूल कर रहे हैं ऐसी शिकायतें उनके पास पहुंची हैं। उन्होंने कहा जब तक सरकार का कोई आदेश नहीं मिल जाता कोई भी स्कूल या कॉलेज अभिभावकों से शुल्क वसूली न करें। अगर कोई भी स्कूल नियम का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
19 Jul 2020 01:37 pm
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