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कविता पाठ से श्रोता मंत्रमुग्ध

श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ ट्रस्ट भवन, पल्लावरम में आचार्य महाश्रमण के शिष्य डॉ. मुनि अमृत कुमार एवं मुनि नरेश कुमार के सान्निध्य में तथा अणुव्रत समि

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चेन्नई।श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ ट्रस्ट भवन, पल्लावरम में आचार्य महाश्रमण के शिष्य डॉ. मुनि अमृत कुमार एवं मुनि नरेश कुमार के सान्निध्य में तथा अणुव्रत समिति, चेन्नई के तत्वावधान में काव्य संध्या का आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र के पश्चात अणुव्रत गीत एवं मिलन चोपड़ा के गीत के साथ गौरी ‘निष्ठा’ द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। आगंतुकों का स्वागत स्थानीय सभा अध्यक्ष मांगीलाल पितलिया एवं अणुव्रत समिति अध्यक्ष माला कातरेला ने किया। मुनि ने अपनी कविता के माध्यम से भाव व्यक्त किए। इस काव्य संध्या में अपनी काव्य कला का जौहर दिखाने के लिये पधारे कविगण - गौरी मिश्रा, उषा परमार, मिठू ‘मिठास’, जयंतीलाल ‘जागरूक’, मनोहरलाल ‘महक’ आदि कवियों ने एक से बढक़र एक कविता पाठकर श्रोताओं का मन मोह लिया। पल्लावरम का सभा भवन ओम् अर्हम की गूंज से गुंजायमान हो रहा था। काव्य संध्या में पल्लावरम के सभी संघीय संस्था के पदाधिकारीगण, आस-पास के सभी क्षेत्रों से पधारे श्रावकों व अणुव्रत महासमिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मंजू गेलडा भी उपस्थित थी।

इस कार्यक्रम में अणुव्रत समिति के सहमंत्री जितेंद्र समदडिय़ा, संयोजक नवीन कोठारी, सह संयोजक पंकज चोपड़ा का विशेष श्रम रहा। सभी कवियों को चेन्नई अणुव्रत समिति द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वीणा कोठरी एवं धन्यवाद ज्ञापन अणुव्रत समिति मंत्री ललित आंचलिया ने दिया।

ताकि सिविल सेवा परीक्षाओं में सफल हो सके मछुआरों के बेटे-बेटियां

राज्य सरकार ने मछुआरों के बच्चों को सिविल सेवा परीक्षाओं में शामिल होने और सफल होने के लिए मुफ्त में विशेष प्रशिक्षण केंद्र की घोषणा की है। अण्णा प्रबंधन संस्थान के सहयोग से मत्स्य विभाग द्वारा राज्यभर के मछुआरों के बच्चों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र का आयोजन किया जा रहा है, ताकि उनके बच्चों को सिविल सेवा परीक्षा के काबिल बनाया जा सके। गौरतलब है कि मत्स्य पालन मंत्रालय द्वारा इस साल ११ जुलाई को विधानसभा में इसकी घोषणा की गई थी।

इस योजना के तहत सहकारी मछुआरा समाज के सदस्यों और समुद्र में मछली पकडऩे वाले मछुआरों के बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। उसके लिए सरकारी वेबसाइट पर आवेदन पत्र उपलब्ध है जिसे भर कर आवश्यक दस्तावेजों के साथ मत्स्य पालन के जिला सहायक निदेशक के कार्यालय में जमा किया जा सकता है। आवेदन पत्र २३ अक्टूबर से पहले-पहले जमा करना अनिवार्य है।