
अप्रिय घटना से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाना जरूरी
चेन्नई. पुलिस उपनिरीक्षक वेलु ने वेलचेरी के लोगों से मुलाकात कर उन्हें गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की सलाह दी। उनकी सलाह पर अमल करते हुए तांसी नगर वेलफेयर एसोसिएशन ने सेंट एंटोनी स्कूल में हाल ही में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए वेलु ने वहां मौजूद लोगों को सीसीटीवी कैमरे की उपयोगिता एवं महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि किसी अप्रिय घटना से खुद को सुरक्षित रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाना जरूरी बन गया है। कार्यक्रम के दौरान एसोसिएशन ने अपनी गलियों में चरणबद्ध तरीके से कैमरे लगवाने का वादा भी किया। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे लगवाने का खर्च एसोसिएशन के सदस्य आपस में साझा करेंगे। तिरुवान्मियूर के बालकृष्णा रोड़ स्थित वाल्मीकि नगर के थेंड्रल फ्लैट्स के परिसर में हाल ही में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आभाश कुमार ने 32 आईपी कैमरा प्रणाली का उद्घाटन किया। इस दौरान वहां तिरुवान्मियूर पुलिस निरीक्षक क्रिस्टिन जायसिल, चेन्नई टेलीफोन्स के पूर्व सीजीएम एवं एसोसिएशन के अध्यक्ष ए. सुब्रमणियन, सचिव राजेंद्रन समेत थेंड्रल फ्लैट्स एसोसिएशन के सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान पुलिस आयुक्त ए. के. विश्वनाथन ने अपराध और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए घरों एवं फ्लैट में सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता बताई।
एसआई रैंक के अधिकारी नहीं कर सकेंगे ड्यूटी पर मोबाइल का उपयोग
चेन्नई. पुलिस महानिदेशक ने आदेश जारी किया है कि उपनिरीक्षक (एसआई) रैंक से नीचे की रैंक वाले पुलिस अधिकारी अब महत्वपूर्ण ड्यूटी के समय मोबाइल का उपयोग नहीं कर सकेंगे। डीजीपी टीके राजेन्द्रन ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था के निर्वहन, वीवीआईपी की सुरक्षा में लगे अधिकारी और मंदिरों और उत्सव बंदोबस्त के समय इन अधिकारियों को मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। किसी भी ड्यूटी के समय वहां उपस्थित यूनिट अधिकारी को समय और स्थान के अनुसार मोबाइल पर प्रतिबंध या उसके नियंत्रित इस्तेमाल के बारे में निर्णय लेना चाहिए। यह बंदोबस्त की कार्ययोजना में शामिल किया जाना चाहिए। आदेश में यूनिट के मुख्य अधिकारी को सभी संबंधित अधिकारियों को इस विषय में जागरूक करने के लिए कदम उठाने जैसे नोटिस बोर्ड पर प्रतिबंध का नोटिस चस्पा करने और रोल कॉल के समय आदेश पढ़कर सुनाने की सलाह दी गई है।
एक पुलिस अधिकारी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह प्रतिबंध ड्यूटी के समय अधिकारियों के सोशल मीडिया के उपयोग के कारण लगाया गया है। इसके कारण उनके कर्तव्य निर्वहन में कमी आती है क्योंकि यह उनका ध्यान भटकाता है। यह आदेश व्हाट्सऐप ग्रुप में भी भेजा गया, जिस पर प्रभावित होने वाले अधिकारियों ने नकारात्मक प्रतिक्रिया प्रकट की है।
Published on:
28 Nov 2018 06:08 pm
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