
प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री प्रोग्राम
चेन्नई.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बी.एससी. डिग्री प्रोग्राम शु़रू किया है। पहले बैच में कुल 8,154 विद्यार्थियों को दाखिला दिया जा रहा है। ये विद्यार्थी फाउंडेशन स्तर के कोर्स में नामांकन करा सकते हैं, जो जनवरी 2021 से शुरू होगा। कुल 8,154 उम्मीदवारों में 1,922 छात्राएं और 6,232 छात्र हैं। विभिन्न आयु और शैक्षिक पृष्ठभूमि के शिक्षार्थियों ने प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किए। इनमें 1,593 कला, विज्ञान और वाणिज्य पृष्ठभूमि के हैं जबकि 3,450 उम्मीदवार इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के हैं।
इस पहली प्रवेश परीक्षा के लिए कुल 30,276 उम्मीदवारों ने आवेदन किए। उन्हें प्रोग्राम के पहले महीने के ऑनलाइन क्लास की सुविधा दी गई। विद्यार्थियों को सीखने में सहायता के लिए खास तौर से तैयार कंटेंट सपोर्ट टीम ने लगभग 400 घंटे के लाइव सेशन आयोजित किए। विद्यार्थियों के लिए यह जीवंत और लाइव सीखने का अनोखा अनुभव था, प्रत्येक कोर्स के डिस्कशन फोरम में 2000 से अधिक सूत्र थे।
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. भास्कर राममूर्ति ने चुने हुए विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, मैं प्रवेश परीक्षा में सफल सभी उम्मीदवारों को बधाई देता हूं। आईआईटी मद्रास बी.एससी. डिग्री प्रोग्राम के फाउंडेशन स्तर के विद्यार्थियों के पहले बैच का सहर्ष स्वागत करता है और उन्हें सीखने का बेहतरीन अनुभव देने की हर संभव कोशिश करेगा। ये कोर्स अत्याधुनिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से संचालित किए जाएंगे। विद्यार्थियों के शंका समाधान के लिए लाइव सेशन होंगे। हालांकि परीक्षाएं व्यक्तिगत स्तर पर होंगी ताकि कोर्स का कठिन शिक्षा स्तर कायम रहे।
निरीक्षक के सामने व्यक्तिगत प्रवेश परीक्षा में केवल वे उम्मीदावार योग्य थे जिन्होंने सभी चार कोर्स में औसत न्यूनतम एसाइनमेंट स्कोर हासिल किए। 22 नवंबर 2020 को आयोजित प्रवेश परीक्षा के लिए कुल 20,396 उम्मीदवार योग्य पाए गए। चार सप्ताह के दौरान अभूतपूर्व परंतु गहन शिक्षण सामग्री, तीन दिलचस्प असाइनमेंट और एक जांच परीक्षा के साथ प्रवेश परीक्षा सम्पन्न हुई।
कोर्स में दाखिले की घोषणा के बारे में बताते हुए आईआईटी मद्रास ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम के प्रभारी प्राचार्य प्रो. एंड्रयू थंगराज ने कहा इस प्रोग्राम में विद्यार्थी को अपनी गति से सीखने की सुविधा है। प्रोग्राम के तीन अलग-अलग चरण हैं-फाउंडेशन, डिप्लोमा और डिग्री।
नए प्रोग्राम की खास विशेषता यह है कि इसकी प्रवेश परीक्षा में भावी विद्यार्थियों के प्रशिक्षण का भी प्रावधान किया गया है! अब हर एक इच्छुक विद्यार्थी का आईआईटी में पढ़ने का सपना सच होगा जब तक इस क्षेत्र में पढ़ने में उसकी रुचि बनी रहे और वह प्रोग्राम के तहत परिश्रम करने के लिए तैयार रहे।
Published on:
09 Dec 2020 10:42 pm
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