
चेन्नई. महानगर पुलिस कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) आधारित प्रणाली से सुरक्षा व्यवस्था को चौकस करेगी। ग्रेटर चेन्नई पुलिस कमिश्नर शंकर जिवाल ने शुक्रवार को "निर्भया सुरक्षित शहर परियोजना" के तहत एक एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र पुलिस आयुक्तालय परिसर में है।

इस परियोजना के एक भाग के तहत "चेन्नई सुरक्षित शहर" कार्यक्रम में 1,750 प्रमुख स्थानों की पहचान की गई है जहां कुल 5,250 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इसके पहले चरण में 1,336 स्थानों पर 4,008 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इन 1,336 कैमरों के सभी वीडियो फुटेज की "एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र" पर निगरानी की जाएगी। लाइव निगरानी की वजह से अपराध की घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इस प्रोजेक्ट में आधुनिक तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित सॉफ्टवेयर का उपयोग हुआ है इसलिए अपराध की घटनाओं का विश्लेषण कर त्वरित चेतावनी संदेश प्रदान करने की सुविधा से तत्काल आदेश जारी करना सरल होगा। इस प्रणाली से 10 से अधिक लोगों के एक स्थान पर जुटने, चेन, सेलफोन और हैंडबैग छीनने, महिलाओं के साथ झगड़ा व वाहन चोरी का पता लगाने में आसानी होगी। साथ ही निकटस्थ गश्ती टीम अथवा थाने को अलर्ट कर दिया जाएगा।

महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी एआइ सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। पुलिस आयुक्तालय में कैमरों की लाइव फुटेज की निगरानी के अलावा यह सुविधा 6 संयुक्त पुलिस आयुक्तों और 12 पुलिस उपायुक्तों के कार्यालयों में भी उपलब्ध कराई गई है।