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Income Tax Department की ऑनलाइन और फेसलेस व्यवस्था से कार्यप्रणाली सरल हुई, दफ्तरों पर दबाव कम

ऑनलाइन और फेसलेस व्यवस्था से आयकर विभाग की कार्यप्रणाली सरल हो गई है। इससे न केवल आयकर दफ्तरों का दबाव कम हुआ है, बल्कि करदाताओं का समय भी बच रहा है।

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Income Tax Department की ऑनलाइन और फेसलेस व्यवस्था से  कार्यप्रणाली सरल हुई, दफ्तरों पर दबाव कम

Income Tax Department की ऑनलाइन और फेसलेस व्यवस्था से कार्यप्रणाली सरल हुई, दफ्तरों पर दबाव कम

चेन्नई. आईआरएस (IRS) अधिकारी सुनील माथुर तमिलनाडु और पुदुचेरी के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त हैं। उन्होंने अगस्त महीने में प्रोन्नत होकर यह पदभार संभाला है। राजस्थान पत्रिका (Rajasthan Patrika) से विशेष वार्ता में उन्होंने आयकर विभाग (Income Tax Department) की फेसलेस प्रणाली को अनियमितताओं से निपटने का महत्वपूर्ण उपकरण माना।

माथुर ने बताया कि आयकर विभाग अपने करदाताओं पर पूरा यकीन रखता है। उनकी ओर से पेश आयकर रिटर्न में से लगभग 99.5 प्रतिशत स्वीकार कर ली जाती है। 0.5 प्रतिशत मामले ही ऐसे होते हैं जिनकी समीक्षा होती है और फिर नोटिस सहित आगे की कार्रवाई होती है।

तमिलनाडु में आयकर संग्रह राष्ट्रीय औसत से अधिक

माथुर ने बताया कि तमिलनाडु में आयकर संग्रह राष्ट्रीय औसत से अधिक है। कोरोनकाल में कर वसूली 60 हजार करोड़ के करीब थी जो 2022-23 में बढ़कर 1.08 लाख करोड़ हो गई। राज्य में आयकर संग्रह की वृद्धि दर 20 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 17.6 प्रतिशत से अधिक है।

इस वर्ष का लक्ष्य 1.18 लाख करोड़ है। उन्होंने बताया कि आयकर भुगतान का पैटर्न प्रथम छह माही में 45 प्रतिशत और अंतिम छह माही में 55 प्रतिशत रहता है।

फैक्ट फाइल

देशभर में 6.77 करोड़ आयकर रिटर्न फाइल
16.60 लाख करोड़ आयकर संग्रह
30 सितंबर तक 30.75 लाख ऑडिट रिपोर्ट जमा
1 से 31 जुलाई के बीच 32 करोड़ ने इ फाइलिंग पोर्टल में किया लॉग इन

The functioning of the Income Tax Department has become simpler with the online and faceless system.