
पढ़ाई में बेटी से बेहतर था सहपाठी तो मां को इतनी ईर्ष्या हुई कि जहर देकर मार डाला
चेन्नई. एक भयावह मामले में केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी के करैकाल में 13 वर्षीय छात्र की उसके सहपाठी की मां ने हत्या कर दी। आरोपी महिला ने शुक्रवार को छात्र को पेय पदार्थ में जहर मिलाकर दे दिया था। अभियुक्त नहीं चाहती थी कि वह लड़का उसकी बेटी से पढ़ाई में आगे निकले। छात्र की शनिवार रात अस्पताल में मौत हो गई। छात्र के अभिभावकों व परिजनों के रविवार को अस्पताल में विरोध प्रदर्शन के बीच अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान जे सहायरानी विक्टोरिया (42) के रूप में हुई है जिस पर आइपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि लड़का करैकाल के एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। वह न केवल कक्षा का टॉपर था बल्कि पाठ्येतर गतिविधियों में भी अच्छा था। सहायरानी को यह बात हजम नहीं हो रही थी कि वह उसके बेटी से बेहतर है।
खुद को लड़के की मां बताया
घटना के अनुसार शुक्रवार को स्कूल का वार्षिक समारोह था। सांस्कृतिक समारोह में उस छात्र की प्रस्तुति तय थी। उसी सुबह सहायरानी स्कूल गई और चौकीदार से खुद का झूठा परिचय लड़के की मां के रूप में कराते हुए दो शीतल पेय की बोतलें दीं। उसने चौकीदार से कहा कि ये बोतलें उसके बेटे को दे दे। इस बात से अनजान छात्र ने पेय पदार्थ का सेवन कर लिया और उसकी हालत बिगड़ गई। घर पहुंचते-पहुंचते उसकी सेहत और खराब हो गई। माता-पिता उसे लेकर करैकाल जीएच भागे जहां उसने दम तोड़ दिया।
मां-बाप को बताई बात
अस्पताल ले जाने से पहले ही किशोर ने अपने माता-पिता को पूरी बात बता दी कि स्कूल में उसने क्या पीया था? माता-पिता ने स्कूल के सीसी कैमरे के फुटेज को देखा और महिला की पहचान सहायरानी विक्टोरिया के रूप में की। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी ने कबूला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर. लोकेश्वरन ने बताया, आरोपी ने कबूल किया है कि उसने एक फार्मेसी से कुछ दवाएं खरीदीं और शीतल पेय में मिलाकर स्कूल के चौकीदार के माध्यम से छात्र को पिला दी। वह लड़के को स्कूल के वार्षिक दिवस कार्यक्रम में भाग लेने से रोकना चाहती थी। हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने लड़के को जो पेय दिया था उसमें वास्तव में क्या मिलाया गया था।
डिप्टी कलक्टर ने दिलाया भरोसा
लड़के की मौत के बाद उसके माता-पिता और रिश्तेदारों ने पूरी रात अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि अस्पताल ने किशोर का ठीक से इलाज नहीं किया। विरोध प्रदर्शन रविवार सुबह भी जारी रहा। करैकाल के डिप्टी कलक्टर एम. आदर्श ने परिवार से मुलाकात की और घटना की पूरी जांच का आश्वासन दिया।
जहर का उपचार
डॉक्टरों ने जहर का उपचार करने की कोशिश की। शनिवार को वह होश में था और स्थिति सुधरती नजर आ रही थी। वह निगरानी में था और उसे पूरे दिन तरल आहार पर रखा गया था। रात में उसने उल्टी की और फिर अचानक गिर गया। हमें संदेह है कि श्वसन प्रणाली में खाद्य कणों के प्रवेश के कारण श्वासावरोध के कारण उसकी मौत हुई है। सटीक कारण पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चलेगा।
डॉ. एस. मदन बाबू, करैकाल जीएच के आरएमओ
Published on:
04 Sept 2022 08:25 pm
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