खुशबू ने याचिका में बताया कि उनका पासपोर्ट 2022 तक वैध है। उनकी मौजूदा बुक के सभी पन्ने मुहर लगे होने से भर चुके हैं। उनको नई बुक की जरूरत है। उनकी पुस्तक के भरे होने की वजह उनका लगातार विदेश आना-जाना है। पासपोर्ट बुक के पन्ने भर जाने के बाद उन्होंने स्थानीय पासपोर्ट कार्यालय में जाकर नई बुक के लिए आवेदन किया जिसे नकार दिया गया। अधिकारियों ने इसकी वजह यह बताई है कि चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए थे इसलिए उनको नई पुस्तक नहीं दी जा सकती।