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पुलिस विभाग ने राज्य के पुलिस स्टेशनों को जोड़कर बनाया ऐप

इस ऐप के जरिए हर तरह के अपराध के खिलाफ शिकायत करने के साथ ही शिकायतकर्ता उसका एक्नॉलेजमेंट भी हासिल कर सकेंगे। इतना ही नहीं व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर के जरिए शिकायत के साथ आपातकाल में वीडियो कॉल करने की सुविधा भी है। इसमें मुख्य रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए २४ घंटे 12 तरह की सेवाएं शामिल हैं।

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पुलिस विभाग ने राज्य के पुलिस स्टेशनों को जोड़कर बनाया ऐप

पुलिस विभाग ने राज्य के पुलिस स्टेशनों को जोड़कर बनाया ऐप

नेल्लोर. देश में पहली बार आंध्रप्रदेश पुलिस विभाग ने एक अनोखा ऐप तैयार किया है। राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों को जोड़ते हुए तैयार किए गए इस नए ऐप को मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को अपने कैंप कार्यालय में लांच किया। इस ऐप के जरिए लोग पुलिस स्टेशन गए बिना 87 प्रकार की सुविधाएं हासिल कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए हर तरह के अपराध के खिलाफ शिकायत करने के साथ ही शिकायतकर्ता उसका एक्नॉलेजमेंट भी हासिल कर सकेंगे। इतना ही नहीं व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर के जरिए शिकायत के साथ आपातकाल में वीडियो कॉल करने की सुविधा भी है। इसमें मुख्य रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए २४ घंटे 12 तरह की सेवाएं शामिल हैं।
एनओसी, लाइसेंस, पासपोर्ट सेवा भी शामिल
मामले की जांच में प्रगति, गिरफ्तारी, एफआईआर, रिकवरी, सड़क, साइबर व महिला सुरक्षा, विभिन्न कार्यक्रमों के लिए अनुमतियां भी इस ऐप के जरिए ली जा सकती हैं। इसके अतिरिक्त एनओसी, लाइसेंस, पासपोर्ट सेवा, अन्य वैरिफिकेशन्स आदि पुलिस सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। मीडिया में वायरल होने वाली जानकारी की पुष्टि करने की भी सुविधा होगी।
ताड़ेपल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में डीजीपी गौतम सवांग और मुख्य पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उन्होंनेे सीएम को ऐप की विशेषताएं बताई। सीएम ने आशा जताई कि इस ऐप के जरिए पुलिस व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव की शरुआत होगी।
11 लाख लोगों ने डाउनलोड किया दिशा ऐप
पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने कहा कि राज्य की महिलाओं के लिए पुलिस हर वक्त उपलब्ध रह सके, इसी उद्देश्य के साथ अत्यंत आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ लांच किया गया दिशा मोबाइल एप्लीकेशन बहुत कम समय में 11 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। 568 लोगों से शिकायत स्वीकर कर 117 एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है।
राज्यभर के सभी थानों के लिए मोबाइल फिंगर प्रिंट स्कैनर उपकरण, अब तक उपलब्ध बॉडीवोर्न कैमरों की लाइव स्ट्रीमिंग के उपकरण, बहुत कम समय में अत्यंत दूर-दराज के क्षेत्रों में पहुंचने के लिए 3500 वाहनों में जीपीएस उपकरण और स्मार्टफोन से कनेक्ट की जा सकेगी।