30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

करुणानिधि के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर दुआएं

निवास के बाहर बैरिकेड्स के साथ सुरक्षा बढ़ाईगोपालपुरम स्थित घर पर ही चल रहा इलाजहाल जानने को लगा नेताओं का तांता

3 min read
Google source verification
 -निवास के बाहर बैरिकेड्स के साथ सुरक्षा बढ़ाई -गोपालपुरम स्थित घर पर ही चल रहा इलाज - हाल जानने को लगा नेताओं का तांता

करुणानिधि के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर दुआएं

्रचेन्नई. डीएमके मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की सेहत खराब होने का समाचार सुनने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों एवं शुभचिंतकों ने उनके स्वास्थ्य में जल्द सुधार की कामना की है। गुरुवार रात से उनके स्वास्थ्य में आ रही गिरावट के बाद से करुणानिधि के गोपालपुरम स्थित आवास पर ही उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार उम्र से जुड़ी अन्य समस्याओं के कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आई है। चिकित्सकों की टीम उनकी सेहत पर नजर रखे हुए हैं। करुणानिधि ने हाल ही अपना 94वां जन्म दिन मनाया था। साथ ही डीएमके प्रमुख बने भी उन्हें आधी सदी बीत चुकी है। करुणानिधि ने 80 साल सार्वजनिक जीवन, 70 साल सिनेमा एवं 50 साल डीएमके प्रमुख के रूप में गुजारे हैं। गुरुवार से ही सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर कई अफवाहें चल रही थी। शुक्रवार को दिन में कई बड़े नेता उनका हालचाल जानने उनके निवास पर पहुंचे। हालांकि करुणानिधि को फिलहाल किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उनके आवास के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।


पुलिस ने उनके घर की तरफ जाने वाले विभिन्न मार्गों पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं और करुणानिधि के निवास पर जाने वाले मार्ग पर आमजन की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनके घर के आसपास रहने वाले लोगों को भी पूछताछ के बाद ही वाहन सहित प्रवेश दिया जा रहा है। पुलिस के जवान बड़ी संख्या में उनके निवास के आसपास तैनात किए गए हैं। शुक्रवार को दिनभर उनके स्वास्थ्य को लेकर लोगों में चर्चा रही। शुक्रवार को कई छुटभैये नेता भी करुणानिधि का हालचाल जानने के लिए गोपालपुरम पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें करुणानिधि के निवास की तरफ जाने से पहले ही रोक लिया।


करुणानिधि दो साल से पूर्णरूप से स्वस्थ नहीं हैं। बीते वर्षो में उन्होंने किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भी शिरकत नहीं की है। अधिकांश समय वे अपने घर पर ही बीता रहे हैं। कावेरी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस बार विधायक बनने के बाद वे केवल एक बार शपथ लेने के लिए विधानसभा गए थे। उसके बाद अब तक किसी विधानसभा सत्र में भी हिस्सा नहीं लिया है। अक्टूबर 2016 के बाद से करुणानिधि का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। बीते दो साल में वे कई बार अस्पताल में भर्ती रह चुके हैं। उन्होंने पांच बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली और 12 बार विधायक बनने का गौरव हासिल लिया है। उनके पास एक ऐसा रिकार्ड है जो भारतीय राजनीति में किसी के पास नहीं है। उनके पास हर चुनाव में अपनी सीट से जीतने का रिकार्ड है। देश में ऐसा कोई नेता नहीं है। करुणानिधि ने तीन शादियां कीं। पहली पत्नी पदमावती से पुत्र एम.के. मुत्तु है। दूसरी पत्नी दयालु अम्माल के एम.के. अझगिरी, एम.के.स्टालिन, एम.के. तमिलरसु एवं पुत्री सेल्वी है। तीसरी पत्नी राजातिअम्माल की पुत्री कनिमोझी है। करुणानिधि बहुत मेहनती रहे हैं। उनकी याददास्त भी कमाल की है। इसी वजह से वे अच्छी स्थिति में है। वह बहुत चालाक हैं।

पुराने पार्टी कार्यकर्ता बताते हैं कि जब करुणानिधि ने लाखों लोगों के सामने अपने गुरु एवं तमिलनाडु के पहले द्रविड़ मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरै की अंत्येष्टि से पहले उनका शव अकेले ही उठाया था। पार्टी कार्यकर्ता इसके लिए उन्हें चाहने लगे थे। इसके बाद करुणानिधि पार्टी में कई वरिष्ठ नेताओं को पछाड़कर अन्नादुरै के उत्तराधिकारी बन गए। बताते हैं कि जब अन्नादुरै ने घोर नास्तिक एवं ब्राह्मणवाद विरोधी नेता ईवीके रामास्वामी या पेरियार की द्रविड़ कषगम छोड़ी थी तब करुणानिधि उनके साथ भी नहीं आए थे।

करुणानिधि महज 14 साल की उम्र में हिंदी विरोधी तख्ती लेकर राजनीति में आ गए। कोई भी करुणानिधि की राजनीतिक चतुराई पर संदेह नहीं करता। जिन्होंने डीएमके जैसी क्षेत्रीय पार्टी को केन्द्र में भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा बनाया। अपने परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद वह राजनीति में सिर्फ सभी तरह के विपरीत हालात को झेलने की क्षमता की वजह से ही टिके हुए हैं।