
चेन्नई समेत चार जिलों में जारी पूर्ण लॉकडाउन ने तिरुचि निगम की बढ़ाई चिंता
-तीन लाख से अधिक लोग पहुंचे तिरुचि
तिरुचि. कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में किए गए पूर्ण लॉकडाउन ने तिरुचि जिले के अधिकारियों के पसीने छूड़ा दिए हैं, क्योंकि इन जिलों से जाने वाले लोगों की वजह से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कार्पोरेशन के सूत्रों के अनुसार चारों जिलों में पूर्ण लॉकडाउन की खबर के बाद से तिरुचि में कम से कम तीन लाख लोग विभिन्न मार्गों से पहुंचे हैं। कोरोना पॉजिटिव मामलों में संभावित वृद्धि को मद्देनजर रखते हुए निगम के अधिकारियों को मजबूरन बाहर से जाने वालों के लिए आइसोलेशन की अलग सुविधा तैयार करनी पड़ रही है।
किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं दिखाते हुए निगम ने पांच सरकारी स्कूलों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दिल करना शुरू कर दिया है। लकड़ी के बेंच को एक साथ रख कर बेड तैयार किया जा रहा है और प्रत्येक स्कूलों में मैट, तकिए और कंबल के साथ 75 बेड तैयार हो रहे हैं। अगले कुछ दिनों में इसका संचालन भी शुरू हो जाएगा। वर्तमान में सभी मरीजों का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कमजोर स्थिति को देखते हुए निगम द्वारा पांच स्कूलों में बेड की सुविधा तैयार की जा रही है, ताकि मरीजों को वहां भर्ती किया जा सके। सरकारी अस्पतालों में लक्षण वाले मरीजों और आपातकाल केयर की देखरेख की जाएगी।
21 जून तक निजी अस्पताल में 265 और सरकारी अस्पताल में 540 बेड उपलब्ध थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की चिंता इसलिए बढ़ रही है क्योंकि लौटने वाले ई पास पर प्रॉक्सी पता दे रहे हैं या बिना ई पास के ही आ रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार टे्रन से आने वाले अधिकतर लोग अपने संबंधित पता बताने में असमर्थ हो रहे हैं, क्योंकि वे लोग रिस्तेदारों या दोस्त के पते पर जाने के लिए लौटेंं हैं। तिरुचि रेलवे स्टेशन में व्यवस्थाओं की निगरानी रख रहे अधिकारियों ने बताया कि अन्य जिलों के आने वाले काफी लोग दावा कर रहे हैं कि ताम्बरम से चेंगलपट्टू के बीच वे टैक पर चल कर पहुंचे थे। वहीं काफी लोग ई पास पर दिए गए पते के बारे में बता भी नहीं पा रहे और तिरुचि क्यों आए हैं को लेकर भी जवाब नहीं दे पाए।
कुछ अन्य लोगों का कहना है कि लॉकडाउन को नहीं झेल पाने की वजह से वे लोग चेन्नई छोड़कर तिरुचि पहुंचे हैं। जिला कलक्टर एस शिवरसु ने बताया कि हम सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि चेन्नई से आने वाले सभी लोग होम क्वारंटाइन हो और उनके घरों के बाहर स्टीकर लगाया जाए। इसके अलावा चेक पोस्टों पर निगरानी भी बढ़ा दी गई है और लक्षण के साथ आने वालों को प्रत्यक्ष तौर पर अस्पताल भेजा जा रहा है। इस प्रकार से बाहर से आने वालों की जानकारी रखने की कोशिश कर वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं।
Published on:
23 Jun 2020 03:51 pm
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