अन्बझगन ने कहा, डीएमके के 60 साल के इतिहास में यह पहला मौका है कि कार्यकारी अध्यक्ष का पद सृजित हुआ है। कार्यकारी अध्यक्ष के पास अध्यक्ष सरीखे समस्त अधिकार होंगे। पद की वरीयता के आधार पर पार्टी में अध्यक्ष पद ही प्रमुख होगा लेकिन करुणानिधि की तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से स्वत: ही कार्यकारी अध्यक्ष का पद अव्वल हो जाता है।