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सब-वे पड़ा है सूना, रोड से पार जाते हैं राहगीर

locationचेन्नईPublished: Apr 26, 2019 12:33:13 am

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन द्वारा महानगर की सबसे व्यस्त रोड अण्णा सालै पर आधा दर्जन से भी अधिक सब-वे का निर्माण किया है। इनके निर्माण का उद्देश्य पैदल…

They have lost all their wealth, they cross the road.

They have lost all their wealth, they cross the road.

चेन्नई।ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन द्वारा महानगर की सबसे व्यस्त रोड अण्णा सालै पर आधा दर्जन से भी अधिक सब-वे का निर्माण किया है। इनके निर्माण का उद्देश्य पैदल राहगीर बिना किसी जोखिम के सडक़ पार कर सकें। उनको किसी प्रकार का जान का जोखिम न झेलनी पड़े। बिडम्बना यह है कि राहगीर इन सब-वे का उपयोग करने के बजाय सीधे रोड से वाहनों की भीड़ के बीच से ही दूसरी तरफ गुजरना चाहते हैं। भले ही इसके लिए रोड के किनारे खड़े होकर यातायात सिग्नल रेड होने का लंबा इंतजार क्यों ना करना पड़े लेकिन वहां स्थित सब-वे का इस्तेमाल करने को तैयार नहीं हैं।

अण्णा सालै पर स्थित हैं सात सब-वे

महानगर की सबसे व्यस्त रोड अण्णा सालै है जिस पर से पार जाना किसी मौत के बीच से गुजरने से कम नहीं है। इस रोड पर सिमसन बस स्टॉप से लेकर गिंडी तक कुल सात सब-वे का निर्माण ग्रेटर चेन्नई द्वारा करवाया हुआ है। इनमें से तीन सब-वे को मेट्रो रेल निर्माण कार्य के कारण पहले बंद कर दिया गया था जिनको सीएमआरएल ने नवनिर्मित कर नया रूप देकर राहगीरों के लिए खोल दिया है। दो सब-वे अभी बंद हैं क्योंकि उन पर मेट्रो रेल द्वारा काम किया जा रहा है और को बंद ही नहीं किया गया। इस तरह अण्णा सालै के पांच सब-वे अभी भी राहगीरों के लिए चालू हैं लेकिन दुर्भाग्य देखिए इन सब-वे को नया रूप देने के बावजूद राहगीर इनका उपयोग करने को राजी नहीं हैं।

गौरतलब है कि अण्णा सालै और वालाजा रोड को जोडऩे के लिए चेन्नई कॉर्पोरेशन ने आठ द्वार वाले सब-वे का निर्माण डेढ़ दशक पहले करवाया था ताकि इस चौराहे से आवाजाही कर रहे राहगीरों को सडक़ पार करने में किसी तरह की परेशानी न हो और न ही किसी प्रकार की जान जोखिम में डालनी पड़े।

यहां सबसे बड़ा सब-वे का निर्माण करवाने का मूल कारण था यहां पर सचिवालय का स्थांतरण। तत्कालीन डीएमके सरकार ने यहां पर विधानसभा भवन का निर्माण करवाया था लेकिन २०११ में सरकार बदलने के बाद इस विधानसभा भवन को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तब्दील कर दिया गया। आश्चर्य की बात तो यह है इतने लम्बे चौड़े सब-वे का उपयोग बहुत कम लोग करते हैं। नतीजतन इस सब-वे में भिखारी और पियक्कड़ लोगों ने अपना विश्राम स्थल बना रखा है।

अण्णा सालै पर ही मुख्य डाकघर के पास भी एक सब-वे बना हुआ है। इस सब-वे का अंदरूनी हिस्सा देखने से यह प्रतीत होता है कि इस सब-वे का इस्तेमाल राहगीर बिलकुल नहीं करते। सब-वे की सीढिय़ों पर शराब की बोतलें और अन्य कचरा देखने से यह स्वत: प्रतीत होता है कि इस सब-वे का इस्तेमाल आमजन नहीं नशेड़ी और भिखारी लोग ही करते हैं जबकि इस सब-वे के निर्माण पर सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च किए हैं।

इनका कहना है…

यातायात पुलिस बरते सख्ती

गौरतलब है कि अण्णा सालै से हर दिन लाखों वाहनों की आवाजाही होती है। पीक अवर्स में यह मार्ग बेहद व्यस्त रहता है। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने दो रोड की क्रॉसिंग होने के कारण आमजन की सुरक्षा के लिए ही यहां सब-वे का निर्माण करवाया था। यह पहला सब-वे है जिसमें आवागमन के लिए आठ द्वारा बनाए गए हैं लेकिन उपयोग नहीं होने से इसकी उपयोगिता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। यातायात पुलिस को चाहिए कि वह राहगीरों को सीधे रोड से सडक़ पार करने वाले राहगीरों को सब-वे से भेजे। एल पार्तीबन, दुकानदार, वालाजा रोड

राहगीर करें सब-वे का उपयोग

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने महानगर में सब-वे और एफओबी का निर्माण आमजन की सुरक्षा के लिए किया है। सरकार का प्रयास है कि आमजन किसी हादसे का शिकार न हो लेकिन राहगीर शॉर्टकट के चक्कर में प्राय: दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। राहगीरों को सब-वे का उपयोग करना चाहिए ताकि किसी प्रकार की जान की जोखिम न रहे।आर. नल्लतंबी, बाइक चालक

पुलिस राहगीरों को समझाएं

यातायात पुलिस को सडक़ पार करने वाले राहगीर को सब-वे के उपयोग के लिए प्रेरित करना चाहिए। साथ ही राहगीरों को सीधे सडक़ पार करने की हानियों के बारे में बताना चाहिए। जे. सुमति, महिला यात्री, मांउट रोड

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