चेन्नई. लम्बे इंतजार के बाद डीएमडीके संस्थापक व अभिनेता ने सोमवार को सभी कयासों पर विराम लगाते हुए उलुंदुरपेट सीट से चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी। यह पहली बार है जब वे इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस इलाके में उनके अभिनेता रहने के समय से ही प्रशंसकों की बहुलता रही है। यह क्षेत्र उनकी पत्नी प्रेमलता के माता-पिता के गांव के काफी नजदीक है। इलाके से पारिवारिक और निजी जुड़ाव होने की वजह से कैप्टन ने यहां से चुनाव लडऩे का फैसला किया है। वर्ष 2006 में पहली बार विजयकांत ने वृद्धाचलम सीट से चुनाव लड़ा था और पार्टी के अकेले विजयी प्रत्याशी थे।
इससे पूर्व वर्ष 2005 में ही उन्होंने पार्टी बनाई की थी। इसके बाद 2011 के विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके के साथ गठबंधन कर विजयकांत ने ऋषिवंदयम से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उनकी पार्टी को 29 सीटें मिली जिससे उनकी पार्टी को विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल का ओहदा मिला जबकि डीएमके तीसरी सबसे बड़ी पार्टी रही। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान संबंधों में आई खटास के बाद कैप्टन ने एआईएडीएमके से संबंध तोड़ लिया। अब इस चुनाव में भाजपा और डीएमके ने कैप्टन को अपने साथ लाने का काफी प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली।