तीन साल की हार के बाद पूरा किया माता-पिता का सपना!
राजस्थान के मूल निवासी 12 वर्षीय रोलर स्कैटर के. मुकेश ने 8 से 12 साल के वर्ग में 3 हजार मीटर टीम रिले स्कैटिंग में गोल्ड हासिल किया है।
won gold medal in roller sketting after three years continue defeat
विशाल केशरवानी.चेन्नई. तमिलनाडु रोलर स्कैटिंग एसोसिएश (टीएनआरएसए) और रोलर स्कैटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में हाल ही में आयोजित ५५वीं नेशनल रोलर स्पोट्र्स चैंपियनशिप २०१८ में राजस्थान के मूल निवासी 12 वर्षीय रोलर स्कैटर के. मुकेश ने 8 से 12 साल के वर्ग में 3 हजार मीटर टीम रिले स्कैटिंग में गोल्ड हासिल किया है। चैंपियनशिप में ३० राज्यों के लगभग ९०० प्रतियोगियों ने लिया था चेन्नई के गोपालपुरम स्थित डीएबी बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ५वीं कक्षा के छात्र के. मुकेश रायपेट्टा स्थित षणमुगम स्ट्रीट में रहते हैं। मूल रूप से राजस्थान के पाली जिले के जैतारण के रहने पिता सी. कमल और माता सुनिता चौधरी का परिवार लगभग ५० साल पहले राजस्थान से चेन्नई आया था।
मां लेकर जाती थी प्रशिक्षण के लिए
उनकी माता कहती हैं कि १२ साल के बच्चे को नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीतते देख उन्हें खुद पर गर्व हो रहा है। वे बताती हैं कि उन्होंने इसके लिए दिन-रात एक कर दी थी। शुरुआत में वे मुकेश को टी. नगर के नेशनल पार्क लेकर जाती थी जहां वे स्कैटिंग सीखते थे। बाद में विजय नामक एक कोच के पास ट्रेनिंग के लिए भेजना शुरू कर दिया। कुछ महीनों की कोचिंग के पास वह स्कैटिंग स्किल्स में निपुण होने लगा। इसके बाद उन्होंने मुकेश को नेहरू स्टेडियम ले जाना शुरू कर दिया।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने का सपना
वर्ष २०१५ में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के बाद वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्कैटर और कोच सत्यमूर्ति से ट्रेनिंग लेने लगा। लेकिन 2015, 16 और 17 इन तीनों सालों में उसे निराशा ही मिली। लेकिन उसके माता-पिता ने हार नहीं मानी और उसे लगातार प्रशिक्षण के लिए भेजते रहे। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उसने इस वर्ष स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा ही लिया। मुकेश के माता-पिता चाहते हैं कि उनका बेटा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर देश का नाम रोशन करे।
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