छतरपुर. बकस्वाहा इलाके के बीरमपुरा गांव के जंगल में रविवार की शाम आकाशीय बिजली गिरने से 14 बकरियों की मौत हो गर्ई। रविवार की शाम रिमझिम बारिश के चलते बकरियां झुड़ में पेड़ों के नीचे खड़ी हो गई। इसी दौरान तेज गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली बकरियों के झुंड पर गिर गई। जिससे सभी बकरियों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर तहसीलदार बकस्वाहा श्यामाचरण चौबे व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि बकरियों के साथ कोई चरवाहा न होने के कारण बकरियों मालिक का पता शाम तक नहीं चल सका। प्रशासनिक कार्रवाई के बाद टीम बकरियों के मालिक की खोज कर रही है।
वहीं, जिले के खजुराहो क्षेत्र में शनिवार को हुई ओलावृष्टि होने के बाद भी मौसम थमा नहीं है। क्षेत्र में दूसरे दिन झमाझम बारिश हुई। करीब दो घंटे तक हुई बारिश ने जनजीवन प्रभावित किया है। वहीं किसानों की खलिहानों व खेतों में रखी फसल को नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के असर से छतरपुर जिले बादल छाए हुए हैं। साथ ही खजुराहो इलाके में रुक-रुककर वर्षा भी हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक खजुराहो में 33 मिलीमीटर वर्षा हुई। इसके बाद दोपहर बाद खजुराहो के राजगढ़, चंद्रनगर क्षेत्र में करीब ३.३० बजे बारिश शुरू हो गई तजोरदार बारिश के बाद रिमझिम बारिश का सिलसिला रुक रुककर शाम तक चलता रहा। जिससे मौसम में ठंडक आ गई। लेकिन इस बारिश फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने के कारण वर्षा हो रही है। इस दौरान जिले भर में करीब २५ से ३० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। मौसम विभाग की माने तो आने वाले दो दिनों तक मौसम का मिजाज खराब ही रहेगा और जिले में कहीं कहीं आंधी, बारिश होने की संभावनाएं हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जबलपुर के आसपास बना हुआ है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। राजस्थान के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। राजस्थान और उससे लगे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में भी चक्रवात बना हुआ है। साथ ही इस चक्रवात से लेकर छत्तीसगढ़, ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। अलग-अलग स्थानों पर बनी इन पांच मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। 21 मार्च तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावनाएं हैं।