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जिले में 7 मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का शुभारंभ, अब किसान स्थानीय स्तर पर करवा सकेंगे मिट्टी परीक्षण

अब किसानों को किसी दूर-दराज के स्थान पर मिट्टी परीक्षण के लिए जाने की आवश्यकता नहीं होगी। संबंधित चयनित संस्था और युवा उद्यमियों को प्रयोगशाला का हस्तांतरण किया गया है और मृदा नमूना परीक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है।

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जिले के विकासखंडों में 7 नई मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का शुभारंभ किया गया है। इन प्रयोगशालाओं का उद्देश्य जिले के लगभग डेढ़ लाख किसानों को अपनी खेतों की मिट्टी का परीक्षण स्थानीय स्तर पर करवा पाने की सुविधा प्रदान करना है। इन प्रयोगशालाओं के उद्घाटन के बाद अब किसानों को किसी दूर-दराज के स्थान पर मिट्टी परीक्षण के लिए जाने की आवश्यकता नहीं होगी। संबंधित चयनित संस्था और युवा उद्यमियों को प्रयोगशाला का हस्तांतरण किया गया है और मृदा नमूना परीक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इन प्रयोगशालाओं द्वारा प्राप्त मिट्टी के नमूनों का परीक्षण किया जाएगा और किसानों को पोषक तत्वों की सिफारिश से संबंधित रिपोर्ट दी जाएगी। इसके साथ ही, कृषि विभाग के कर्मचारी किसानों को आवश्यक सलाह और समझाइश प्रदान करेंगे।

किसानों के लिए मृदा परीक्षण की प्रक्रिया


उपसंचालक कृषि ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों से मृदा नमूने स्वयं या कृषि विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं के माध्यम से या विकासखंड स्तर के कार्यालय में भेज सकते हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वर्तमान में रबी फसल की कटाई हो रही है, और खेत खाली हो रहे हैं, ऐसे में किसान खेत से मृदा के नमूने लेकर प्रयोगशाला भेज सकते हैं ताकि अगले फसल के लिए सही पोषक तत्वों की सिफारिश प्राप्त की जा सके।

विकासखंडवार चयनित संस्थाएं और युवा उद्यमी


विकासखंडों में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के संचालन के लिए विभिन्न संस्थाओं और युवा उद्यमियों का चयन किया गया है।

बड़ामलहरा- एसआरएच फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड
छतरपुर- अखिलेश प्रजापति
राजनगर- एसएमएजी एजुकेशन एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड
लवकुशनगर- वीरेन्द्र कुमार पटेल
बिजावर- सर्वेश गुप्ता
बकस्वाहा- चतुर्भज पाल
गौरिहार- नरेंद्र यादव

परीक्षण से बढेगा उत्पादन


इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से किसान अपने खेतों की मिट्टी का परीक्षण आसानी से करवा सकेंगे और आगामी फसल के लिए उपयुक्त पोषक तत्वों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल किसानों के लिए एक बड़ी राहत होगी, क्योंकि इससे उन्हें अपनी मिट्टी के तत्वों के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी, जिससे वे अपने खेतों की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं।

इनका कहना है


शासन व कलेक्टर के निर्देश पर जिले के सात विकासखंडों में युवा उद्यमियों के जरिए मृदा परीक्षण केंद्र शुरू किए गए हैं। इन केंद्रों पर किसानों को स्थानीय स्तर पर ही मृदा परीक्षण की सुविधा मिलेगी।

कबीर कृष्ण वैद्ध, सहायक संचालक कृषि