मामला छतरपुर के सिविल लाइन थाना के बताया जा रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, 12 साल के समर की मां का कुछ समय पहले ही निधन हो गया था।उसके पिता राजेश गांव में रहकर खेती करते हैं। समर और उसकी बहन अपनी बुआ के साथ रहते हैं। बुआ सरकारी शिक्षक है। बुआ समान खरीदने गई हुई थी। घर पर समर अकेला था। जिसका फायदा उठाकर मोहल्ले में रहने वाला नशेड़ी अरबाज घर में चोरी करने के लिए घुस आया।समर ने उसे देखते ही विरोध शुरू कर दिया।जिसको लेकर अरबाज को गुस्सा आ गया और उसने समर पर चाकुओं के 26 वार कर दिए।अरबाज बच्चे को छोड़कर मौके से फरार हो गया। समर के शरीर से खून बहने लगा। कुछ देर के बाद बुआ के घर रहने वाला किरायेदार घर लौटा तो उसने समर को खून से लथपथ देखा।आनन-फानन में उसने डायल 100 में फोन किया, लेकिन पुलिस समय पर नहीं पहुंची।
समर को पड़ोसियों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। समर की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। उसके पेट,गले और सीने में चाकुओं के गहरे निशान हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उसके फेफड़े फट चुके हैं। हम उसे बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।बच्चे को ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। एसपी अमित सांघी ने पुलिस को हत्या का मामला दर्ज करने को कहा है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।