छतरपुर. रविवार को दोपहर बाद से जिले के कुछ ग्रामीण अंचलों में जमकर बारिश हुई। जिससे गेहूं सहित सब्जी की फसलों में बुरा प्रभाव पड़ा है। अचानक मौसम के बदलने से एक ओर जहां सामान्य जनजीवन प्रभावित है, वहीं दूसरी ओर किसान परेशान हैं। उसके माथे चिंता की लकीरें अब स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। बीती शाम ४-५ घंटे तक चली बारिश ने जिले के खजुराहो और बिजावर क्षेत्र की फसलों जमकर कहर ढहाया है।
शनिवार को शाम खजुराहो क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि के बाद रविवार को मौसम का कहर किसानों पर टूटा। दोपहर बाद से शुरू हुई बारिश देर शात तक रुक-रुक कर चलते रही। रविवार को अचानक मौसम में बदलाव आया और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई, जिससे किसानों की गेहूं की फसल गिर गई। जिससे गेहूं की पैदावार कम हो सकती है। बारिश के कारण आम के बोर में फफूंदी लगने का डर है और आम पर काफी बोर आने से उत्साहित बागवानों के चेहरे पर उदासी आ गई है। बीती शाम राजनगर तहसील क्षेत्र के ललपुर, खजुराहो, चंद्रनगर, टौरिया, राजगढ़ समेत बिजावर के जटाशंकर, किशनगढ इलाके के अन्य गांवों में जमकर बारिश हुई है। इसमें गेहूं, सरसों, चना, सब्जी की फसलों को अधिक नुकसान है।
जिले के आधा सैकड़ा गांव हुए प्रभावित
जिले के बिजावर, किशनगढ़, बमीठा, चंद्रनगर और खजुराहो इलाके गांव में हुई रुक रुक कर तेज बारिश ने इन क्षेत्र के करीब आधा सैकड़ा गांव के किसानों को प्रभावित किया है। इन गांवों के किसानों की हालात इस बारिश से खराब हो रही है। टौरिया निवासी के किसान अर्जुन यादव ने बताया कि पानी गिरने से गेहूं की फसल में अधिक नुकसान हुआ है। राजगढ़ की महिला किसान केशर तिवारी ने बताया कि इस वर्ष उसने खुद फसल की थी और पूरी फसल तैयार होने के बाद आखिरी समय में बारिश होने से फसल चौपट हो गई है। जिससे उनपर पहाड़ सा टूट पड़ा है।
बे-मौसम बारिश से किसान हुए परेशान
रबी सीजन में एक बार फिर बे-मौसम बारिश किसानों की दुश्मन बन गई है। रविवार दोपहर बाद से तेज आंधी और उसके बाद शुरू हुई बारिश रुक-रुककर रात तक जारी रही। फसलों को बारिश से ज्यादा नुकसानदायक तेज आंधी रही है, जिसके कारण गेहूं सहित सरसों, चना आदि की फसलें खेतों में बिछ गई हैं, तो वहीं खेतों में कटी रखी फसल पर पानी पडऩे से किसानों को नुकसान हुआ है। कटी फसलों पर पानी पडऩे से अनाज की चमक कम होगी और बाजार में कम दाम मिलेंगे।
कई किसान खेतों में कार्य करते हुए दिखे
सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में मजदूरी आंधी से बिखरी फसलों को समेटते नजर आए। वहीं कई जगह किसान कटी फसल को सुखाने के लिए पलटने में जुटे। सुबह से छाए बादलों को देखकर किसानों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है। यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि अभी भी बारिश हो सकती है। ऐसे में नुकसान का प्रतिशत और ज्यादा बढ़ जाएगा। बमीठा के किसान लखन कुशवाहा ने बताया कि बार-बार बे-मौसम बारिश होने से सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को ही हो रही है। आंधी में उड़कर फसल पूरे खेत में फैल गई हैं, जिसे इक_ा कराने में अतिरिक्त मजदूरी लग रही है, तो भीगने के कारण अब थ्रेसिंग भी नहीं हो पाएगी।
इनका कहना है
जहां पर भी बारिश होने से फसलें प्रभावित हुई हैं, वहां पर पटवारी मौके पर पहुंचे हैं और नुकसान का आंकलन किया जा रहा हैै। इसकी जानकारी एकत्र होकर हमारे पास आएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगा। हालाकि बिजावर क्षेत्र में अधिक नुकसान होने की सूचना नहीं है।
राहुल सिलाडिया, एसडीएम, बिजावर