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सोसायटियों से भगाए जा रहे डिफाल्टर किसान, डबल लॉक गोदामों के बाहर लग रही भारी भीड़

जिला मुख्यालय पर अब सटई रोड के नए वितरण केन्द्र से मिलेगा किसानों को खादमार्केफेड ने नए केन्द्र से वितरण के जारी किए आदेश, पुराने सेंटर से लौटते रहे किसान

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 अब नगद खाद विक्रय होगा सटई रोड पर

अब नगद खाद विक्रय होगा सटई रोड पर

छतरपुर। जिले में चल रहे खाद संकट के कारण किसान मुसीबतों का सामना कर रहे हैं। एक बोरी डीएपी हासिल करने के लिए किसान न सिर्फ जिला मुख्यालय पर मौजूद डबल लॉक गोदाम तक पहुंचने के लिए अपने गांव से किराया लगाकर आते हैं बल्कि उन्हें 12 घंटे तक इंतजार भी करना पड़ता है। किसानों को सुबह से शाम तक कतारों में धक्के खाने के बाद मुश्किल से एक बोरी खाद मिल रही है। किसानों की यह भीड़ कतारों में लगने के बाद शिवराज सरकार को कोसती नजर आ रही है।

इसलिए गोदाम पर उमड़ रही भीड़
पिछले दिनों जिले में लगभग 1560 मीट्रिक टन उर्वरक की रैक पहुंची थी जिसे 113 सोसायटियों में वितरण के लिए पहुंचाया गया है लेकिन सोसायटियों में सिर्फ उन किसानों को खाद दिया जा रहा है जो डिफाल्टर नहीं है। ऐसे किसान जिन पर कोई कर्ज नहीं है उन्हें लोन पर ही खाद दिया जाता है। यानि सोसायटियों पर खाद की नगद बिक्री नहीं हो रही है। वर्ष 2018 में कांग्रेस सरकार द्वारा की गई कर्ज माफी के बाद कई किसान ऐसे हैं जिन्हें कर्ज माफी का प्रमाण पत्र भी मिल गया लेकिन बैंकों में उनके नाम पर आज भी कर्ज चढ़ा हुआ है। ऐसे किसान बैंकों की नजर में डिफाल्टर हो चुके हैं इसलिए उन्हें सोसायटी से खाद नहीं मिल रहा है। जाहिर है सोसायटी से खाद न मिलने के कारण किसानों को अपने गांव से 25 से 50 किमी की दूरी तय कर डबल लॉक गोदामों पर खाद के लिए जाना पड़ रहा है जहां एक एकड़ जमीन के कागज दिखाकर लगभग 1200 रूपए में एक बोरी डीएपी मिलती है।

कतार में बीत रहा दिन
डबल लॉक गोदाम में सुबह 5 बजे से ही किसानों की लाइनें लग रही हैं। किसान भगदड़ न मचाएं इसके लिए दिन भर पुलिस मौजूद रहती है। किसान मुन्ना ने बताया कि वे बनगांय से आए हैं। तीन दिन से दो बोरी खाद के लिए रोज आ रहे हैं लेकिन खाद नहीं मिल रही है। ग्राम रगौली से आए लक्ष्मन प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि वे इन कतारों में धक्के खा रहे हैं एक दिन तो सुबह से दोपहर तक कतार में लगे रहे बाद में कह दिया गया कि खाद खत्म हो गयी है। कतार छोड़कर खाना खाने भी नहीं जा पाये। उन्होंने कहा कि बोवनी के लिए खाद बहुत जरूरी है। सरकार किसानों को परेशान कर रही है।


अब नगद खाद विक्रय होगा सटई रोड पर
जिला विपणन अधिकारी राखी रघुवंशी ने बताया कि रासायनिक उर्वरक डीएपी का नकद विक्रय विपणन संघ के भण्डारण केन्द्र के सिविल लाइन थाना पन्ना रोड समीप स्थित किया जाता था। वितरण केन्द्र परिवर्तित कर बुन्देलखण्ड पैकेज निर्मित बगौता पैक्स सटई रोड छतरपुर से शुरु किया गया है।