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छतरपुर में दिन और रात के तापमान में 20 डिग्री से ज्यादा का अंतर होने से सर्दी के बढ़ रहे मरीज, बच्चे ज्यादा प्रभावित

दिन और रात के तापमान में भारी अंतर, विशेषकर 20 डिग्री सेल्सियस तक के अंतर ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। जहां दिन के समय तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहीं रात को यह गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाता है।

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जिला अस्पताल की ओपीडी

छतरपुर. इस समय छतरपुर जिले में मौसम की स्थिति काफी असामान्य हो गई है। दिन और रात के तापमान में भारी अंतर, विशेषकर 20 डिग्री सेल्सियस तक के अंतर ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। जहां दिन के समय तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहीं रात को यह गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाता है। इस असमान्य तापमान परिवर्तन का सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, और विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे रोग बढ़ रहे हैं।

मौसम के कारण संवेदनशील

मौसम विभाग के अनुसार, दिन और रात के तापमान में इतना बड़ा अंतर शरीर के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस दौरान, विशेषकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों की इम्यून सिस्टम कमजोर होती है, जो उन्हें संक्रमण और मौसमी बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मौसम में सर्दी, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण ज्यादा देखे जा रहे हैं। अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों और बुजुर्गों के बढ़ते मरीजों की संख्या चिंता का विषय बन गई है। सर्दी के कारण बच्चों के गले में खराश, खांसी और बुखार जैसे लक्षण उभर रहे हैं। वहीं, बुजुर्गों को ठंड से शरीर में दर्द, सांस की समस्या और जोड़ों में अकडऩ जैसी समस्याएं बढऩे लगी हैं।

मौसम विभाग का अनुमान


मौसम विभाग ने छतरपुर के नागरिकों को अगले कुछ दिनों में तापमान में और अधिक उतार-चढ़ाव की चेतावनी दी है। दिन में गर्मी और रात में ठंडक जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही, उन्होंने नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों से बचने के लिए सतर्क रहने की अपील की है। मौसम में अचानक बदलाव और तापमान के अंतर ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। दिन में गर्मी से राहत पाने के लिए लोग हल्के कपड़े पहनते हैं, जबकि रात के समय ठंडक से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने की जरूरत पड़ रही है। यह असामान्य तापमान परिवर्तन शरीर को तेजी से अनुकूलित नहीं होने देता, जिसके कारण लोग सर्दी और अन्य मौसमी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।

पश्चिमी विक्षोभ का असर


मौसम विभाग के अनुसार, इस बदलाव का मुख्य कारण मध्य प्रदेश के ऊपर से गुजर रहे एक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है, जिससे हवा का रुख बदल गया है और तापमान में अंतर बढ़ गया है। इसके चलते दिन के समय गर्मी और रात में ठंडी हवाओं का असर देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम के इस बदलाव से बचने के लिए खुद को अच्छी तरह से ढककर रखें, गर्मी से बचने के लिए पानी पीते रहें, और सर्दी के असर से बचने के लिए सही कपड़े पहनें। साथ ही, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सर्दी, जुकाम, खांसी या बुखार जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत इलाज करवाना जरूरी है, ताकि किसी गंभीर समस्या से बचा जा सके।