दो हजार नए मीटर मंगवाए, 6 महीने बाद किया जा रहा समस्या समाधान, लेकिन सभी को राहत अभी नहीं
छतरपुर. शहर में 4600 उपभोक्ताओं के बिजली बिल कई गुना अधिक आ रहे हैं। क्योंकि उनके बिजली मीटर खराब पड़े हुए हैं। और बिजली कंपनी के पास नए मीटर नहीं है। ऐसे में वास्तविक खपत की जगह आंकलित खपत के बिल आने से उपभोक्ताओं की जेब कट रही है। छतरपुर शहर में सिंगल, डबल, थ्री फेस और व्यवसायिक मिलाकर 43 हजार विद्युत कनेक्शन हैं। इसमें से 4600 उपभोक्ताओं के मीटर ऐसे हैं जो छह माह से खराब पड़े हैं। जिन्हें कंपनी द्वारा 100 के स्थान पर 300 यूनिट का बिल थमाया जा रहा है। परेशान उपभोक्ता कंपनी के कार्यालय में बार-बार लिखित के साथ अधिकारियों से मिलकर मौखिक शिकायत कर रहे हैं। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही।
शिकायत पर सुनवाई नहीं
शहर में विश्वनाथ कॉलोनी के सुभाष चंद्र का मीटर 6 माह से खराब है, इसलिए लगातार खपत से अधिक का बिल कंपनी द्वारा दिया जा रहा है। सुभाष बताते हैं कि 6 माह पहले उनका मीटर 13829 यूनिट पर बंद हो गया। तब से 2595 रुपए का बिल थमा रही है। कई बार कंपनी के अधिकारियों से लिखित के साथ मौखिक शिकायत की, पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए गुस्से में आकर बिल जमा करना बंद कर दिया। इसलिए पुराने और नए बिल को मिलाकर 9 हजार 77 रुपए पहुंच गया है। कंपनी के अधिकारी न तो खराब मीटर बदलते हैं और न ही सुधार करते हैं, इसलिए बिजली उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं।
100 के बजाए 2300 आ रहा बिल
शहर में हनुमान टौरिया के पीछे स्थित बालाजीपुरम कॉलोनी की देव कुंवर तिवारी का मीटर पिछले 6 माह से खराब पड़ा हुआ है। जिसे बदलने के लिए यह महिला अब तक 4 बार कंपनी के कार्यालय में आवेदन दे चुकी हैं। इसके बाद भी उनका मीटर अब तक नहीं बदला गया। देव कुंवर बताती हैं कि जब मीटर सही था उस दौरान 100 से 150 रुपए के बीच बिल आता था, लेकिन जब से खराब हुआ है। बिजली कंपनी 300 यूनिट के हिसाब से 2400. रुपए प्रति माह का बिल दे रही है। इससे प्रति माह 23०० रुपए अधिक चुकाने पड़ रहे हैं। जब भी कार्यालय जाते हैं, अधिकारी जल्द मीटर बदलने की बात कहते हुए मामले को टाल देते हैं।
इनका कहना है
2 हजार नए मीटर आ गए हैं। स्टोर से जारी कर शहर में खराब पड़े अधिकांश मीटर बदले जाएंगे और उपभोक्ताओं की समस्या हल हो जाएगी।
शैलेश श्रीवास्तव, स्टोर प्रभारी, बिजली कंपनी