छतरपुर. शहर के शासकीय उत्कृष्ट उच्चर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-१ के जूनियर विंग की कक्षाओं के ऊपर से निकले हाईटेंशन बिजली के तारों से बच्चों को हमेशा घटना होने का डर बना रहता है। इसको लेकर कई बाद प्रबंधन की ओर से बिजली कंपनी के लिए पत्र लिखा है और लाइन को कक्षाओं से हटाने की मांग की गई है। लेकिन इसके बाद भी विजली कंपनी की ओर से तारों हटाया नहीं गया है।
जानकारी के अनुसार शहर के शासकीय उत्कृष्ट उच्चर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-१ के जूनियर विंग जिले का सबसे पहला अंग्रेजी मीडियम स्कूल है। इस स्कूल को प्रबंधन ने मैदान कुछ कक्ष बनाकर शिफ्ट करा दिया था। जिसके बाद यहां से निकले हाईटेंशन बिजली के तारों को हटाने और किनारे किए जाने के लिए कई बार प्रबंधन की ओर से बिजली कंपनी को पत्र लिखे गए हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में हालात हैं कि स्कूल की छत से कुछ फीट ऊपर से तार निकले हैं और कभी भी घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
इस स्कूल के दो भवनों के ऊपर से निकली लाइन में निर्माण के दौरान एक मजदूर बुरी तरह से झुलस गया था। इसके साथ ही इन भवनों की छत में आए दिन छात्रों को देखा गया है। ऐसे में छत में जाने पर कभी भी घटना होने का डर बना रहता है। स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि इन तारों को प्लास्टिक पाइप डालने या फिर लाइन को किनारे से करने के लिए अभी तक ४-५ बार बिजली कंपनी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखे हैं।
इनका कहना है
हमारी ओर से अपने विभाग और बिजली कंपनी के लिए पत्राचार किया गया है। लेकिन अभी तक बिजली के तारों को कक्षाओं के ऊपर से नहीं हटाया गया। हम बिजली कंपनी के अधिकारियों से मिलकर लाइन हटाने के लिए निवेदन करेंगे।
एसके उपाध्याय, प्राचार्य