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फूड प्वॉइजनिंग: ग्वालियर में भर्ती मरीजों के लिए अभी 36 घंटे खतरे के, खाने में क्या मिला इसका पता लगाने करा रहे विसरा जांच, जरूरत पड़ी तो डीआरडीओ टेस्ट करेगा

जहरीला खाना खाने से बीमार पड़े कर्मचारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दो और कर्मचारियों की तबीयत बिगडऩे पर उन्हें जेएएच ग्वालियर रेफर किया गया। पहले इनको छतरपुर में ही भर्ती कराया था।

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फूड प्वॉइजनिंग

खजुराहो स्थित गौतमा होटल एंड रिसोर्ट में जहरीला खाना खाने से बीमार पड़े कर्मचारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दो और कर्मचारियों की तबीयत बिगडऩे पर उन्हें जेएएच ग्वालियर रेफर किया गया। पहले इनको छतरपुर में ही भर्ती कराया था। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि खाने में क्या मिला था। चिकित्सकों के अनुसार मरीजों के लिए अगले 36 घंटे बेहद गंभीर हैं।

विसरा परीक्षण कराया जा रहा

डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने बताया कि मृत मरीजों का विसरा परीक्षण कराया जा रहा है और आवश्यकता पडऩे पर जांच डीआरडीओ से भी कराई जाएगी। उधर, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट बुधवार को अस्पताल पहुंचे। मरीजों के परिजन से बात कर भरोसा दिलाया इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

गोभी-आलू की सब्जी खाने के बाद बिगड़ी तबीयत

सोमवार दोपहर कर्मचारी राजकुमारी ने स्टाफ के लिए गोभी और आलू की सब्जी बनाई थी। खाना खाने के कुछ देर बाद ही दयाराम (70), हार्दिक (20), गिरजा (30), रवि (21), गोलू उर्फ आशीष (25), रोशनी (30), रामस्वरूप (47) सहित नौ कर्मचारी बीमार पड़ गए। राजकुमारी और गोविन्ददास को छतरपुर में भर्ती किया गया, बाद में उन्हें ग्वालियर भेजा। जबकि गंभीर मरीजों को ग्वालियर रैफर किया गया था। रामस्वरूप और गिरजा की ग्वालियर पहुंचने के बाद मौत हो गई।दयाराम और हार्दिक को गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया था।

एक ऑक्सीजन पर, दूसरा अब भी वेंटिलेटर पर

हार्दिक की हालत में हल्का सुधार हुआ और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। दयाराम अभी भी वेंटिलेटर पर है। अटेंडर्स का कहना है कि मरीज उल्टी-दस्त से इतने कमजोर हो चुके हैं कि बोल भी नहीं पा रहे, केवल इशारों में बता रहे हैं कि खाना खाने के बाद ही हालत बिगड़ी।

खाना ही जानलेवा हो गया — मंत्री से बोले मरीज

जेएएच पहुंचे मंत्री सिलावट ने जब मरीजों से हाल पूछा तो पीडि़तों ने कमजोर आवाज और इशारों में कहा कि हमने तो बस खाना खाया थाज् यह नहीं पता था कि यही जान ले लेगा। परिजनों ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और महंगा इलाज सम्भव नहीं। इस पर मंत्री ने आश्वस्त किया किसी को एक रुपए की चिंता नहीं करनी, इलाज सरकार करेगी।

लगभग सभी कर्मचारी बीमार हुए

मृतक रामस्वरूप के साढ़ू कैलाश कुशवाह ने बताया कि रिसोर्ट में 14-15 कर्मचारी काम करते हैं। सभी की हालत बिगड़ी थी। कुछ को छतरपुर में भर्ती किया गया और गंभीर लोगों को ग्वालियर भेजा गया।

इनका कहना है

फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि भोजन में क्या था। विसरा जांच और जरूरत पडऩे पर डीआरडीओ टेस्ट से ही सच्चाई सामने आएगी।

डॉ. आरकेएस धाकड़, डीन, जेएएच