
नौगांव में सप्लायर के यहां कार्रवाई करती टीम
छतरपुर. अवैध गुटखा कारोबार पर जीएसटी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। सेंट्रल जीएसटी की 30 सदस्यीय 15 टीमों ने छतरपुर तमन्ना व श्री ट्रेडिंग के ठिकानों पर छापेमारी की है। अवैध गुटखा बनाने वाले टैक्स की चोरी कर रहे हैं। पत्रिका ने 10 दिसंबर को ही नौगांव में अवैध गुटखा के काले कारोबार की खबर छापी थी। इसी बीच सेंट्रल टीम ने छापेमारी कर कर चोरी के मामले में 10 लाख रुपए जमा कराए है। इसके साथ ही दस्तावेज जब्त कर आगे की जांच की जा रही है।
30 सदस्यीय टीम ने मारे छापा
बार फिर सेंट्रल जीएसटी ने लेन-देन की जानकारी देने और कर भुगतान में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जबलपुर की सेंट्रल जीएसटी की निवारक शाखा द्वारा छतरपुर के पान मसाला कारोबारी मेसर्स तमन्ना ट्रेडिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में लगभग 30 सदस्यीय टीम शामिल हुई। केंद्रीय जीएसटी जबलपुर क्षेत्र के अंतर्गत छतरपुर जिला उतर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बार्डर में होने के कारण पान मसाला के अवैध कारोबार का गढ़ बन गया है। जीएसटी टीम के निरीक्षक रंजीत झरिया ने बताया कि नामी कंपनियों के गुटखों के सैंपल लिए गए हैं। जिनके बिल की मांग विक्रेताओं से की गई है। जिन कंपनियों का जीएसटी बिल नही है, उन पर कार्यवाही की जाएगी।
दस्तावेज जब्त कर आगे की चल रही जांच
सीजीएसटी टीम ने पान मसाला से संबंधित ठिकानों पर कार्रवाई की है। विभाग के जांच अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान कई ऐसे
दस्तावेज और गोदाम में रखे स्टाक व बैंक खातों को खंगाला है। इस दौरान विभाग की कार्रवाई में यह पाया गया है कि बड़ी मात्रा में बिना उचित जीएसटी भुगतान के पान मसाला ब्रांड पहेली, पुजारी, आरडीएक्स का निर्माण कर विक्रय किया जा रहा था। विभाग की इस कार्रवाई पर अभी व्यापारी द्वारा 10 दस लाख रुपए टैक्स और जुर्माना भरा गया है। विभाग ने आगे की कार्रवाई के लिए कागजात अपने कब्जे में लिया है। आयुक्त लोकेश लिल्हारे ने कहा है कि केंद्रीय जीएसटी जबलपुर केअंतर्गत आने वाले समस्त जिलों में विभाग कि नजर है और कर अपवंचन करने वालों पर कार्रवाई की गई ।
गुटखा माफिया पकड़ से बाहर
जिले में प्रतिबंधित तंबाकू गुटखा का निर्माण का नौगांव गढ़ बन गया है। छतरपुर की सन सिटी कॉलोनी निवासी गुटखा माफिया नौगांव व उसके आसपास के गांवों में दो- चार मशीने लगवा कर अवैध गुटखा बनवा रहा है। गुटखा माफिया ने ऐसे आधा सैकड़ा ठिकाने बना रखे है। जीएसटी या पुलिस की कार्रवाई होने पर मशीन संचालित करने वाला और सप्लायर पकड़ा जाता है। कार्रवाई भी उनतक ही सीमित रहती है। जबकि गुटखा माफिया कार्रवाई से हमेशा बच जाता है। गुटखा माफिया का टर्नओवर सालाना 100 करोड़ का हो गया है। लेकिन प्रशासन, जीएसटी की टीमें छोटी-छोटी कार्रवाई तक ही सीमित हैं।
Updated on:
11 Dec 2023 05:00 pm
Published on:
11 Dec 2023 04:54 pm
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