छतरपुर. जिले के यातायात थाना में शामिल की गई इंटरसेप्टर व्हीकल को जिले में तेज रफ्तार को कंट्रोल करने के लिए लगाया गया था। लेकिन इस इंटरसेप्टर व्हीकल का उपयोग शहर में नहीं किया जा रहा है। कभी कभार हाइवे की सड़कों में इस वाहन की मदद से तेज रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है।
शहर व जिले के प्रमुख मार्गो पर वाहनों की अंधी रफ्तार पर लगाम लगाने इंटरसेप्टर व्हीकल का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह वाहन आधुनिक उपकरणों से लैस होने से डेढ़ किलोमीटर दूर से ही वाहनों की गति को पकड़ लेता है। वाहन के नजदीक आने पर पुलिस रोकती है और चालानी कार्रवाई की जाती है। यदि कोई वाहन चालक वाहन को नहीं रोकता है और भागने की कोशिश करता है तो चालान की कॉपी पेनल्टी के साथ वाहन चालक के घर भेजी जा रही है। लेकिन इसका उपयोग मात्र हाइवे की सड़कों पर ही किया जा रहा है। वहीं शहर की सड़कों में लोग अंधी रफ्तार से वाहनों को चला रहे हैं। जिससे हर समय यह लोगों के लिए खतरा बने रहते हैं। बीते करीब २ वर्र्ष पहले आए इस वाहन को कुछ समय छतरपुर यातायात थाना पुलिस के हवाले रखा गया और इस दौरान बडी संख्या मेें कार्रवाई की गई। लेकिन फिर इस वाहन को खजुराहो यातायात पुलिस के हवाले कर दिया गया। जिससे इस वाहन का उपयोग मात्र फोरलेन तक ही सीमित रह गया। इस वाहन का उपयोग कार्रवाई के साथ ही छतरपुर से खजुराहो आने जाने के लिए भी किया जा रहा है।
वहीं शहर के अंदर की सड़क में कभी कभार तेज रफ्तार डिटेक्टर कैमरे की मदद से चैकिंग लगाई जाती है लेकिन प्रतिदिन चैकिंग नहीं होने से खासकर युवा बाइकों से फर्राटा भर रहे हैं। शहर के पन्ना, रोड़, सागर रोड़ में ऐसे युवाओं को अधिक देखा जा रहा है।
3 सेकंड में भांप लेती है गाडिय़ों की स्पीड
इस गाड़ी में मौजूद एक हाईटेक लेजर मशीन सिर्फ 3 सेेकेण्ड के भीतर सड़क पर दौड़ती गाडिय़ों की गति को भांप लेगी और मौके पर ही उसका रिजल्ट एक प्रिंटर में भेज देगी। इस लेजर मशीन से एक कैमरा, एक प्रिंटर और जीपीएस सिस्टम अटैच है। मशीन को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से ऑपरेट किया जा सकता है। मशीन में लगा कैमरा सड़क पर चलते वाहनों को ३ सेकेंड में डिटेक्ट करता है। कैमरे के सामने से निकली गाड़ी की ओवर स्पीड, गाड़ी में लगाए गए काले शीशे सहित अन्य गैर कानूनी बातें यह मशीन पकड़ लेगी। मशीन में रिकॉर्ड हुए डेटा को मशीन प्रिंट पर भेजती है जहां से गाड़ी की फोटो सहित जुर्माने का पेपर बाहर आ जाता है। अगर कोई वाहन चालक तेज रफ्तार वाहन चला रहा है तो उसके खिलाफ तुरंत चालान स्पॉट पर ही बनाकर उसे थमाया जाता है, साथ ही मौके पर ही चालान की राशि वसूली जाएगी।
इनका कहना है
शहर के बाहरी सड़कों में लोग अधिक रफ्तार में चलते हैं, जिससे इस वाहन से बाहरी सड़कों में कार्रवाई की जाती है।
कैलाश पटेल, यातायात प्रभारी