छतरपुर. जिले की 46 रेत खदानों की नीलामी की तैयारियां चल रही है। नई रेत पॉलिसी लागू हो गई है। लेकिन वर्तमान ठेकेदार को इसका लाभ नहीं मिलेगा यानि वर्तमान ठेका एक्सटेंड नहीं होगा। रेत ठेकेदारों को भविष्य में न्यू पॉलिसी का लाभ मिलेगा। तीन साल तक लगातार कार्य करने के बाद 10 फीसदी राशि जमा करने पर खदानों का एक्सटेंशन होगा। जिले की रेत खदानों की पर्यावरण क्लीयरेंस सिया से कराए जाने के लिए माइनिंग कॉर्पोरेशन को निर्देश दिए गए हैं।
जिले में 30 जून को 46 रेत खदानों का ठेका समाप्त होने से पहले ही नीलामी के लिए कार्रवाई प्रारंभ हो गई है। खनिज संसाधन विभाग के डायरेक्टर के निर्देश पर माइनिंग ने 16 खदानों की पर्यावरण क्लीयरेंस भी पोर्टल में अपलोड कर दी है। जानकारी के अनुसार खनिज विभाग ने कलेक्टर संदीप जीआर के अनुमोदन के कराने के बाद माइनिंग प्लान को भोपाल भेज दिया है। इसके चलते जिले की रेत खदानों के ऑक्शन की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है।
अब एमडीओ करेगा रेत खदानों की निगरानी
जिले में रेत का नया ठेका होने के बाद एमडीओ (डेवलपर कम ऑपरेटर) खदानों के उत्खनन की निगरानी करेगा। खदानों में रेत की उपलब्धता समेत उत्खनन की मॉनिटरिंग के लिए एमडीओ बनाया गया। यह माइनिंग कार्पोरेशन से मिलकर काम करेगा। जिले में रेत खदानों के भंडारण की अनुज्ञप्ति भी ठेका खत्म होने से एक माह तक के लिए वैध रहेगी। ठेकेदार के द्वारा भंडारण की अनुज्ञप्ति की मियाद खत्म होने के बाद उन्हें उठाव के लिए सिर्फ एक माह की मोहलत जारी की जाएगी। इसके बाद ईटीपी बंद हो जाएगी।