22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दिल्ली चुनाव में बाबा बागेश्वर की एंट्री ! भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में किया प्रचार

Pandit Dhirendra Krishna Shastri: मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की दिल्ली विधानसभा चुनाव में एंट्री हो चुकी है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा के समर्थन में प्रचार किया।

2 min read
Google source verification
Pandit Dhirendra Krishna Shastri Campaigned in support of BJP candidate in Delhi Assembly elections

Pandit Dhirendra Krishna Shastri: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly 2025 elections) दिन-प्रतिदिन और भी रोमांचक होता जा रहा है। यहां अब मध्य प्रदेश के छतरपुर के गढ़ा गांव में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भी एंट्री हो चुकी है। बाबा बागेश्वर ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा के समर्थन में प्रचार किया, लेकिन वोट देने की अपील नहीं की।

वह लक्ष्मीबाई नगर के गणेश उत्सव पार्क पहुंचे थे, जहां भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा भी मौजूद थे। प्रवेश वर्मा ने इस कार्यक्रम की और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ मुलकात की तस्वीर अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर की।

प्रवेश वर्मा ने शेयर की तस्वीर

नई दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने अपने एक्स अकाउंट पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि 'आपकी श्रद्धा भक्ति से पूरी नई दिल्ली भगवामय और भक्तिमय हो गई। नई दिल्ली के मेरे परिवारजनों को अपना आशीर्वाद प्रदान करने के लिए पूज्य सरकार का ह्रदय से धन्यवाद।'

दुनिया बदलने से पहले देश और राज्य बदलना होगा- बाबा बागेश्वर

इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वह पूरे देश में धूमकर कन्या विवाह का निमंत्रण दे रहे है। उन्होंने कहा कि 'हम हिंदू-हिंदी और हिंदुस्तान को बचाने आए हैं। दुनिया को बदलने से पहले देश, देश बदलने से पहले राज्य और राज्य को बदलने से पहले जिले को बदलना होगा। अगर घर को बदलना चाहते हैं, तो पहले खुद को बदलना होगा।'

मस्जिद जाने वालों पर भी बोले धीरेंद्र शास्त्री

बाबा बागेश्वर ने आगे कहा कि 'कुछ लोग मंदिर को छोड़कर मस्जिद में घुस जाते हैं और हाथ जोड़ लेते हैं।' उन्होंने कहा कि 'नेताओं की परेशानी होती है कि कहीं कुर्सी ना खिसक जाए। हमें तो जय बजरंग बली कहना है। कुछ हिंदू हलिबुल्ला के पास जा रहे। कहीं जाने की जरूरत नहीं।'