पूरे जिले में चलाया जा रहा अभियान
यह अभियान पिछले कुछ महीनों से जिलेभर में चल रहा है और इसका उद्देश्य लोगों को इंटरनेट पर सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करना है। जब से यह अभियान शुरू हुआ है, नागरिकों को साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए विभिन्न सुरक्षा उपायों, जैसे पासवर्ड सुरक्षा, ओटीपी, फिशिंग हमलों, ऑनलाइन धोखाधड़ी के तरीकों, आदि के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस अभियान में छतरपुर पत्रिका ने स्थानीय पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्य किया है, ताकि लोगों तक सही और कारगर जानकारी पहुंचाई जा सके।
संवाद सत्र के जरिए कर रहे जागरुक
अभियान के तहत कई जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनमें स्कूल, कॉलेज और ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशालाएं, सेमिनार और संवाद सत्र शामिल हैं। इन सत्रों में लोगों को बताया गया कि कैसे वे साइबर अपराधियों से सुरक्षित रह सकते हैं और अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके अलावा, साइबर अपराधियों के नए तरीके और उनकी पहचान के बारे में भी बताया गया है, ताकि लोग इनसे बच सकें।
आत्मनिर्भर बन रही जनता
साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की शिकार हो चुके लोगों ने इस अभियान को बेहद प्रभावी और मददगार बताया है। छतरपुर शहर के रहने वाले राजीव कुमार, जो हाल ही में एक साइबर ठगी का शिकार हुए थे, ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में मेरे बैंक खाते से एक बड़ी रकम उड़ा ली गई थी। इसके बाद मैंने पत्रिका के इस अभियान के बारे में सुना और इसमें भाग लिया। अब मुझे पता है कि मुझे किस तरह के ऑनलाइन फर्जी कॉल और मेल से बचना चाहिए और कैसे अपनी जानकारी की सुरक्षा करनी चाहिए।”
साइबर सुरक्षा में पुलिस का साथ
इस अभियान में स्थानीय पुलिस का भी सक्रिय योगदान रहा है। पुलिस अधिकारियों ने साइबर अपराधों को लेकर सख्त रुख अपनाया है और नागरिकों को हर तरह की मदद देने का वादा किया है। पुलिस अधीक्षक छतरपुर ने बताया, “हमारा प्रयास है कि लोग साइबर अपराधियों से सुरक्षित रहें और उनकी सहायता से इस तरह के अपराधों को जल्द से जल्द रोकने में हम सफल हो सकें। हम उम्मीद करते हैं कि इस अभियान से जिले में साइबर अपराध में कमी आएगी।”
ध्यान देने योग्य पहलू
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर अपराधी अब बहुत ही चालाकी से काम कर रहे हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, हमेशा वेबसाइट्स के एड्रेस की जांच करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, और व्यक्तिगत जानकारी कभी भी साझा न करें। साथ ही, सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी को शेयर करने से बचें।
अभियान को मिल रही सफलता
पत्रिका रक्षा कवच अभियान की सफलता को देखते हुए यह योजना अब जिले के दूरदराज के इलाकों में चलाया जा रहा है। खासतौर से ग्रामीण इलाकों में लोग साइबर अपराधों के बारे में कम जानकारी रखते हैं, इसलिए वहां इस अभियान को और अधिक सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा। इसके अलावा, अभियान को और मजबूत करने के लिए विभिन्न संस्थाओं और समुदायों को भी इसमें शामिल किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक सही जानकारी पहुंचाई जा सके। पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने छतरपुर जिले में साइबर अपराधों के प्रति लोगों में एक नई चेतना जगाई है और अब लोग साइबर सुरक्षा के उपायों के प्रति अधिक जागरूक हो गए हैं। इस अभियान की मदद से न केवल नागरिकों को सुरक्षित रखा जा रहा है, बल्कि इसने साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत दीवार खड़ी कर दी है। अब लोग साइबर अपराधियों से लडऩे के लिए तैयार हैं और उन्हें अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को सुनिश्चित करने का तरीका समझ आ चुका है। कार्यक्रम में स्वतंत्र प्रताप सिंह, दिनेश पटेल, अरविंद पटेल, रविंद्र विश्वकर्मा, नाजिम अली , सरजू कुशवाहा, निखिल ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि रक्षा कवच अभियान से हम जागरुक होकर अब सुरक्षित हो गए हैं।