
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय
छतरपुर. माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकंडरी और हाईस्कूल की परीक्षा फरवरी से शुरू होने वाली है। वहीं छमाही परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है और स्कूलों में अब विद्यार्थियों के प्रदर्शन के आधार पर उनकी ग्रेड तय की जाएगी। इसी ग्रेड के अनुसार ही बच्चों की तैयारी शिक्षक करवाएंगे। जनवरी में वार्षिक परीक्षा के पूर्व पेपर की प्रैक्टिस करवाई जाएगी। इसके बाद बचे हुए समय में विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में रह गई कमियों को दूर किया जाएगा। यानी इसके बाद शेष समय में विद्यार्थी और शिक्षकों ने जितनी मेहनत कर ली उस पर ही बोर्ड का परीक्षा परिणाम निर्भर करेगा।
वार्षिक परीक्षा के पूर्व अभ्यास के बारे में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इसके तहत वार्षिक परीक्षा शुरू होने तक छमाही परीक्षा की कॉपियों के परीक्षण से शिक्षक विद्यार्थियों के कमजोर बिंदुओं पर अधिक फोकस कर अभ्यास कराएंगे। इससे पहले भी शिक्षक विद्यार्थियों की अपने स्तर पर ग्रेडिंग कर सकते हैं। उनके स्तर के आधार पर ए, बी, सी, डी ग्रेड में बांटकर तैयारी कराई जा सकती है। जिला शिक्षा अधिकारी किन्हीं 10 स्कूलों के अभ्यास कार्यक्रम का निरीक्षण कर प्रतिवेदन भेजेंगे।
विषय शिक्षक कक्षा 9 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए एक दिन पहले विषय और टॉपिक के बारे में बताएंगे तथा मार्गदर्शन देंगे। विद्यार्थी इन पेपरों को कक्षा में हल करेंगे अथवा पेपर हल करने के लिए घर भी ले जा सकते हैं। अभ्यास के लिए विद्यार्थियों को कॉपियां भी उपलब्ध कराई जाएगी। कॉपियों का मूल्यांकन अगले दिन ही विषय शिक्षकों द्वारा किया जाएगा एवं उसी दिन विद्यार्थियों की शंका का समाधान भी किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जो गाइडलाइन जारी की गई है उसके अनुसार परीक्षा पूर्व अभ्यास आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए पेपर राज्य स्तर से विमर्श पोर्टल पर प्राचार्य के लॉग इन में उपलब्ध कराए गए हैं। जिन्हें प्राचार्य द्वारा डाउनलोड कर उनकी फोटो कॉपी करने के साथ ही विद्यार्थियों में वितरित कर रहे हैं। इसके साथ ही पेपर में दिए गए वस्तुनिष्ठ प्रश्ने के मॉडल आंसर भी दिए जाएंगे। इसमें माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी अंक योजना के आधार पर विद्यालय स्तर पर भी विभिन्न विषयों के ओर अधिक सेट तैयार करवाकर अभ्यास करवाया जा सकता है। जिन विषयों के पेपर संचालनालय द्वारा उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं, उनके दो-दो सेट स्कूल के प्राचार्य अपने स्तर पर मंडल द्वारा जारी अंक योजना के आधार पर मॉडल आंसर सहित तैयार कराएंगे।
विभाग की गाइड लाइन के अनुसार सभी शिक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उक्त कार्य की सतत मॉनिटरिंग की जाएगी। कमजोर बच्चों पर विशेष फोकस रहेगा।
आरपी प्रजापति, जिला शिक्षा अधिकारी, छतरपुर
Published on:
12 Jan 2025 10:28 am
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