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साढ़े छह करोड़ की लागत से बनेगा दिव्यांगों के लिए स्पेशल डिजाइन वाला पार्क

टेंडर जारी, दो एकड़ जमीन पर हाईटेक तकनीकी सुविधाएं होंगी मुहैया, 20 जोन होंगे

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संवेदी पार्क की डिजाइन

संवेदी पार्क की डिजाइन

छतरपुर. शहर के सिंचाई कॉलोनी में दो एकड़ क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस पार्क बनाया जाएगा। इसके लिए
राष्ट्रपति के द्वारा मंजूरी दे देने के साथ दो करोड़ 25 लाख रूपए की राशि भी जारी की गई है। वहीं, अब इसके निर्माण के लिए छह करोड़ पैतीस लाख 84 हजार रुपए का टेंडर जारी किया गया है। इस राशि से पाथ वे पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया हो जाने के एक साल के भीतर इस पार्क का निर्माण पूरा किया जाएगा। मप्र का सबसे आधुनिक संवेदी पार्क होगा।

अध्यात्म व अध्यन का अलग-अलग जोन होगा
महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि यह संवेदी पार्क 20 से अधिक जोन में बटा होगा जिसमें अनेक सुविधाएं होंगी। इसमें साईंस गार्डन, वाटर गार्डन, सेंसरी एरिया, आध्यात्मिक क्षेत्र, एथिकल गार्डन, डिजिटल बोर्ड के साथ एजुकेशनल एरिया, नवग्रह नक्षत्र उद्यान, पार्क का डिजाइन ऐसा होगा जहां व्हील चेयर के साथ भी दिव्यांग भ्रमण कर सकते हैं। पार्क में दृष्टिहीन लोगों के लिए विजुअली इम्पायर्ड एरिया होगा, ऑटेजम याददाश्त की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए भी एक अलग हिस्सा मौजूद रहेगा। पार्क में बैठने के लिए आधुनिक कुर्सियां, दिव्यांगों के लिए अलग तरह के झूले, एक आकर्षक पाथ वे भी निर्मित किया जाएगा।

संवेदी पार्क की खास होगी डिजाइन
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा दिव्यांगों के लिए खास तौर पर डिजाइन होने वाले इस संवेदी पार्क की मंजूरी दी गई है। शहर के सिंचाई कॉलोनी क्षेत्र में स्थित दो एकड़ शासकीय भूमि पर लगभग 9 करोड़ रूपए की लागत से इस पार्क का निर्माण किया जाएगा। पार्क में दिव्यांगों के लिए जहां विशेष सुविधाएं होंगी तो वहीं बुजुर्गों, गर्भवती माताओं और बच्चों को ध्यान में रखते हुए भी अनेक सुविधाजनक जोन निर्मित किए जाएंगे। जिला प्रशासन की ओर से सामाजिक न्याय विभाग ने पार्क के निर्माण के संबंध में रूपरेखा तैयार की थी एवं इस कार्य की निगरानी के लिए कलेक्टर ने महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह को नियुक्त किया है।

प्रदेश का पहला पार्क
यह मप्र का एकलौता ऐसा पार्क होगा जो दिव्यांगों की कमजोर क्षमताओं को पूर्ण करने के लिए विभिन्न तकनीकों से लैस होगा। उदाहरण के लिए पार्क में ऐसे जोन होंगे जहां कम सुनाई देने की समस्या से जूझ रहे लोगों को मशीनों के माध्यम से सुनाया जा सकेगा। चलने-फिरने के लिए दिव्यांगों हेतु हर स्थान को पूर्णत: पहुंच योग्य निर्मित किया जाएगा। गर्भवती माताओं के लिए अलग से जोन होगा जहां वे सुकून से वक्त गुजार सकती हैं। बच्चों के खेलने, बुजुर्गों के बैठने के लिए भी अनेक सुविधाएं होंगी।