छतरपुर. 13 साल बाद शनिवार को पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की गई। परीक्षा के दौरान बकस्वाहा उत्कृष्ट विद्यालय के सेंटर पर शिक्षक कक्षा चार के तीन बच्चों को पांचवी की परीक्षा दिलाने लेकर पहुंच गए। बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी लगी, तो विरोध शुरु कर दिया, जिसके बाद बच्चे परीक्षा से पहले ही वापस चले गए। हालांकि इस मामले की जानकारी लगने पर तहसीलदार श्यामाचरण चौबे मौके पर पहुंचे, जहां बच्चे नहीं मिले, लेकिन उन्होंने केन्द्राध्यक्ष को संबंधित शिक्षक की पहचान कर उनके खिलाफ एफआइआर कराने के निर्देश दिए हैं।
85 फीसदी रही उपस्थिति
शनिवार को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक पांचवीं और आठवीं की परीक्षा कराई गई। जिसमें कक्षा पांचवी में दर्ज 41643 बच्चों में से 35938 बच्चे ही परीक्षा में शामिल हुए। वहीं कक्षा आठवीं में दर्ज 39639 बच्चों में से 33025 बच्चों ने ही परीक्षा दी। डीपीसी आरपी लखेरे ने बताया कि करीब 85 फीसदी छात्रों ने परीक्षा दी है। दूरे वाले सेंटरों पर छात्रों को लाने-ले जाने के लिए वाहन व्यवस्था की गई थी।
शिक्षकों के परीक्षा सेंटर बदले
शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर ऐसे शिक्षकों की परीक्षा सेंटर बदल दिए, जिन सेंटरों पर उनके ही स्कूल के बच्चे पांचवी और आठवीं की परीक्षा दे रहे हैं। संबंधित स्कूल के सभी शिक्षकों को दूसरे सेंटरों पर लगाया गया है। गौरतलब है कि पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर कराई जा रही है। ऐसे में एक ही स्कूल के शिक्षक व बच्चे एक ही सेंटर पर होने से निष्पक्षता पर सवाल न उठे, इसलिए शिक्षकों के सेंटर बदल दिए गए हैं।
इनका कहना है
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचा। मुझे बच्चे और उनके परिजन नहीं मिले। लेकिन मामला संज्ञान में आने पर केन्द्राध्यक्ष को संबंधित शिक्षक की पहचान कर एफआइआर कराने के निर्देश दिए हैं।
श्यामाचरण चौबे, तहसीलदार, बकस्वाहा