15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नई शिक्षा नीति में तय उम्र से हो रही परेशानी, 13 साल से कम उम्र में कक्षा 9वीं में नहीं मिल रहा प्रवेश

छतरपुर. नई शिक्षा नीति लागू होते ही 8वीं पास कर चुके छात्रों के लिए यह नीति परेशानी का सबब बन गई है। इसके चलते छात्रों को आगे की शिक्षा प्राप्त करने में यह नीति आड़े रही है। यदि समय रहते नियमों में बदलाव नहीं किया गया तो छात्रों का यह साल बर्बाद हो सकता है।

2 min read
Google source verification
फाइल फोटो

फाइल फोटो

वर्ष 2010 के बाद जन्में बच्चों को हो रही परेशानी

नौगांव. नई शिक्षा नीति लागू होते ही 8वीं पास कर चुके छात्रों के लिए यह नीति परेशानी का सबब बन गई है। इसके चलते छात्रों को आगे की शिक्षा प्राप्त करने में यह नीति आड़े रही है। यदि समय रहते नियमों में बदलाव नहीं किया गया तो छात्रों का यह साल बर्बाद हो सकता है। इसलिए छात्र या तो फिर से कक्षा 8वीं की पढ़ाई करें या फिर घर बैठकर अगला साल आने की प्रतीक्षा करें।

13 साल से कम उम्र होने पर विद्यार्थी को कक्षा 9वीं में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही नर्सरी में तीन साल से साढ़े चार वर्ष की उम्र में ही बच्चों को प्रवेश मिलेगा। प्रवेश के लिए उम्र की समय सीमा को माध्यमिक शिक्षा मंडल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तय किया है। इस नए आदेश के अनुसार 9वीं कक्षा में प्रवेशित वर्ष में विद्यार्थी की उम्र 13 वर्ष पूरी होना आवश्यक है। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वर्ष 2024-25 के लिए 9वीं से 12वीं तक की प्रवेश नीति को भी जारी कर दिया है।

स्कूलों में पहली कक्षा में गलत उम्र में दिया प्रवेश अब 9वीं के नामांकन में परेशानी बन गया है। शासन के नए आदेश के बाद 8वीं उत्तीर्ण 13 साल से कम आयु के 200 विद्यार्थी व उनके परिजन परेशान है। पालक स्कूलों सहित जिला मुख्यालय की दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा। नए आदेश को लेकर शासकीय व निजी स्कूल से जुड़े लोग भी परेशान है। बच्चों को कक्षा में बैठाने के लिए पालकों से सहमति पत्र लिखवाया जा रहा कि नामांकन नहीं होने पर वे स्कूल पर दबाव नहीं बनाएंगे।

30 सितंबर तक होंगे कक्षा 9वीं में नामांकन

अब तक स्कूल शिक्षा विभाग प्रारंभिक कक्षा के नाम पर बच्चों को 3 से 5 साल की उम्र में आंगनबाड़ी में प्रवेश दिलाता था । इसके बाद विद्यार्थी न्यूनतम पांच से सात साल की उम्र में कक्षा में प्रवेश लेते हैं। आठवीं पास करने के बाद विद्यार्थियों की उम्र 13 साल होना चाहिए। लेकिन कई सरकारी व निजी स्कूलों ने बच्चों को 5 साल से कम आयु में ही पहली में प्रवेश दे दिया। अब 8वीं तक पढ़ाई में इनकी उम्र 12 के आसपास ही है।

इनका कहना है

अब नए नियम के चलते 31 दिसंबर 2010 के बाद जन्म लेने वाले विद्यार्थियों का 9वीं में नामांकन नहीं हो रहा। जबकि नामांकन की अंतिम तिथि मंडल ने 30 सितंबर निर्धारित की है। शासन के आदेश का किया जा रहा पालन प्रदेश स्तर से मिले आदेश का पालन किया जा रहा है। क्योंकि ऑनलाइन नामांकन के दौरान समस्या खड़ी हो सकती है।

दिनेश कुमार गुप्ता, विकासखंड शिक्षा अधिकारी नौगांव